प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 25 बहादुर बच्चों को दिए वीरता पुरस्कार
पुरस्कार के रूप में एक पदक, प्रमाण पत्र और नकद राशि दी जाती है। सभी बच्चों को विद्यालय की पढ़ाई पूरी करने तक वित्तीय सहायता भी दी जाती है।
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को देशभर से 25 बच्चों को राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार से नवाजा। जिसमें से 12 लड़कियां और 13 लड़के शामिल हैं। चार को यह पुरस्कार मरणोपरांत दिया गया है। इन सबको इंडियन काउंसिल फॉर चाइल्ड वेलफेयर की ओर से चुना गया है। पीएम ने सभी को पुरस्कृत बच्चों को बहुत-बहुत शुभकामनाएं दीं।
सम्मानित होने के बाद यह बच्चे 26 जनवरी को होने वाली गणतंत्र दिवस की परेड में शामिल होंगे। सम्मान पाने वाले बच्चों में केरल से 4, दिल्ली से 3, वेस्ट बंगाल और छत्तीसगढ़ के दो-दो बच्चे शामिल हैं। वहीं उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, मणिपुर, असम, हिमाचल प्रदेश, नगालैंड, उत्तराखंड, राजस्थान, ओडिशा और कर्नाटक से 1-1 बच्चे शामिल हैं। वहीं मरणोपरांत सम्मानित होने वाले चार बच्चों में से मिजोरम से 2, अरुणाचल और जम्मू से 1-1 बच्चे शामिल है।
यह पुरस्कार पांच श्रेणियों में दिए जाते हैं भारत पुरस्कार, (1987 से), गीता चोपड़ा पुरस्कार, (1978 से), संजय चोपड़ा पुरस्कार, (1978 से), बापू गैधानी पुरस्कार, (1988 से), सामान्य राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार, (1957 से)। पुरस्कार के रूप में एक पदक, प्रमाण पत्र और नकद राशि दी जाती है। सभी बच्चों को विद्यालय की पढ़ाई पूरी करने तक वित्तीय सहायता भी दी जाती है।
चार
बच्चों
को
मरणोपरांत
सम्मान
इस
वर्ष
के
प्रतिष्ठित
भारत
पुरस्कार
के
लिए
अरुणाचल
प्रदेश
के
8
वर्षीय
तारह
पेजु
को
मरणोपरांत
दिया
गया
है।
गीता
चोपड़ा
पुरस्कार
18
साल
की
तेजस्विता
प्रधान
और
17
साल
की
शिवानी
गोंद
को
दिया
गया।
संजय
चोपड़ा
पुरस्कार
उत्तराखंड
के
15
वर्षीय
सुमित
ममगंई
को
दिया
गया।
केएम
रोलहआहपूरी
(13
वर्ष)
मिजोरम
(मरणोपरांत),
छत्तीसगढ़
के
मास्टर
तुषार
वर्मा
(15
वर्ष)
और
मिजोरम
के
केएम
लालहरितपुई
(14
वर्ष)
(मरणोपरांत)
बापू
गैधानी
पुरस्कार
प्रदान
किया
गया।
इसके अलावा समान्य वीरता पुरस्कार प्रफुल्ल शर्मा (हिमाचल प्रदेश), सोनू माली (राजस्थान), अकशिता शर्मा, अक्षित शर्मा, नमन (सभी दिल्ली से), अंशिका पांडे (उत्तर प्रदेश), निशा दिलीप पाटिल (महाराष्ट्र), सिया वामांसा खोडे (कर्नाटक), मोइरंगाथम सदानंद सिंह (मणिपुर), बिनिल मंजाले, अदिथ्यान पिल्लई, अखिल कुमार शिबू और बादारुन्नीसा (केरल से), तंकेशवर पेगु (असम), नीलम ध्रुव (छत्तीसगढ़), थांघिलमंग लुनकिम (नागालैंड), मोहन शेथी (ओडिशा) और देर पायल देवी (जम्मू-कश्मीर) को प्रदान किया गया।
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