जब जंगल में घूमा करते थे पीएम मोदी, पढ़ें तीन रोचक कहानियां
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मैं बहुत साल पहले हिमाचल में काम करता था। वहां एक बहुत बड़े आर्टिस्ट थे रोड्रिक, मैं वहां स्थान देखने गया।
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दिल्ली में युवा सीईओ के बीच पहुंचे और उन्हें संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि विकास को जन आंदोलन बनाने की जरुरत है। सरकार के लिए नागरिकों का कल्याण और उनकी खुशी सबसे ऊपर है। पीएम मोदी ने कहा कि सरकार में सभी लोग अहम हैं, सबको लगे देश मेरा है। इस दौरान उन्होंने युवा सीईओ को कई खास कहानी सुनाई...
टूरिस्ट स्पॉट डेवलप करने को लेकर उठाया कदम
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जब मैं राजनीति में नहीं था तो जंगल में भटकता रहता था। तभी मैं रेगिस्तान में रहने के लिए चला गया था, इसी दौरान कच्छ का रण देखा तो इसको लेकर अलग इम्पैक्ट बन गया। जब मैं गुजरात का सीएम बना तो कच्छ को टूरिस्ट स्पॉट के तौर पर डेवलप करूंगा और ऐसा किया। इसका फायदा हुआ, टूरिज्म डेवलप हुआ।
हिमाचल को लेकर सुनाई ये खास कहानी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मैं बहुत साल पहले हिमाचल प्रदेश में काम करता था। वहां एक बहुत बड़े आर्टिस्ट थे रोड्रिक, मैं वहां स्थान देखने गया। आजादी के आंदोलन में भी उन्होंने हिस्सा लिया था। उस समय वहां हमारी पार्टी के लोग थे सरकार में तो हमने कहा कि आप नियम बनाइये। स्कूल जो टूर प्रोग्राम बनाती हैं उन्हें यहां आने के लिए अनिवार्य करिए। बच्चों के टूर की बसें यहां आने लगी। फिर वहां दुकानें लगने लगीं, पानी बेचने वाला आने लगा और धीरे-धीरे टूरिस्ट स्पॉट बन गया।
नागपुर के नौजवान ने दिखाया, स्टार्ट अप वाला क्या कर सकता है?
हरियाणा-पंजाब में खेती के बाद वेस्ट को जलाते हैं। दिल्ली में प्रदूषण के लिए हरियाणा-पंजाब के किसानों को कोसा जाता है। नागपुर में एक नौजवान ने छोटा सा काम किया। उसी वेस्ट को खरीद लिया और गोबर खरीद लिया। उसी से छोटे-छोटे ब्लॉक बना दिया। फ्यूनरल के लिए जलाने के लिए ब्लॉक बेंचता है। इसके बाद लकड़ी की जरुरत कम हो गई। फ्यूनरल में टाइम कम लगता है। परिवार वाले जल्दी खाली हो जाते हैं। कुल जरुरत से 20 फीसदी से कम खर्त आता है। एक स्टार्ट अप वाला क्या कर सकता है, ये उस नौजवान ने दिखाया।