बालक मोदी की गाय की ये कहानी आपको भावुक कर देगी
बालक मोदी की गाय की ये कहानी आपको भावुक कर देगी
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को गुजरात स्थित साबरमती आश्रम के 100 वर्ष पूरे होने के अवसर पर आयोजित एक कार्यक्रम में गौरक्षा के नाम पर हिंसा करने वालों की आलोचना की और इसे अस्वीकार्य कहा। इसी दौरान पीएम मोदी ने गाय से जुड़ी अपनी बचपन की एक छोटी सी कहानी भी मंच से सबके साथ साझा की, जिसे कहते हुए ना सिर्फ मोदी भावुक हुए, बल्कि कार्यक्रम में मौजूद लोग भी संजीदा हो गए।
मोदी ने सुनाई अपने गांव की कहानी
मोदी ने फर्जी गौरक्षों को सुधरने की नसीहत देते हुए अपने गांव की ये कहानी सुनाई- ''मेरे जीवन की एक घटना है। जब मैं बालक था और गांव में ही रहता था। हमारे घर से सामने एक परिवार था, जो मजदूरी करता था। उनकी कोई संतान नहीं थी। काफी समय बाद आखिर उनके यहां एक संतान हुई तो परिवार में खुशी का ठिकाना नहीं रहा। ये घर मोहल्ले की संकरी गली में था। यहां एक गाय रोज घरों के सामने आती थी और सब उसे रोटी आदि देते थे। एक बार किसी वजह से गाय दौड़ते-दौड़ते उस घर के सामने से गुजरी, वहीं बच्चा भी खेल रहा था।"
गाय के पैरों में कुचला बच्चा
पीएम ने आगे कहा "गली में खेल रहा बच्चा गाय के पैरों के नीचे आ गया और उसने दम तोड़ दिया। इतने साल बाद परिवार में आए बच्चे की मौत के बाद आप सोच सकते हैं कि उस परिवार पर क्या बीती होगी। लेकिन दूसरे दिन सुबह ही वो गाय उनके घर के सामने खड़ी हो गई। किसी ने रोटी दी तो नहीं खाई। वो उनके घर जाकर खड़ी हो गई, वहां खड़ी होकर रोती रही, लगातार उसके आंसू निकलते रहे। पांच दिन वहां बिना खाए-पिये खड़ी रही। मोहल्ले और परिवार के लोग कोशिश करते रहे, कि गाय रोटी खा लेकिन गाय ने कुछ नहीं खाया और पांचवे दिन शरीर छोड़ त्याग दिया।"
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कथित गोरक्षकों को पीएम की नसीहत
पीएम ने कहा कि अगर गाय की रक्षा और भक्ति करनी है तो उसका रास्ता गांधी जी और विनोवा भावे ने बताया है, इसी में देश का कल्याण है। अहिंसा के रास्ते पर चलना होगा।' मोदी ने गोरक्षा के नाम पर हिंसा पर कहा कि यह ठीक नहीं है। मरीज की मौत पर अस्पताल फूंकना सही है क्या? हमें अहिंसा के रास्ते पर चलना होगा। मोदी ने कहा कि गौ भक्ति के नाम पर लोगों को मारना स्वीकार्य नहीं है।
साबरमती आश्रम में मोदी
गौरतलब है कि पीएम मोदी गुरुवार सुबह साबरमती आश्रम पहुंचें, जो इस वर्ष अपनी 100वीं वर्षगांठ मना रहा है। इस दौरान मोदी ने गांधी जी की प्रतिमा पर फूल अर्पित किए और आश्रम का मुआयना किया। पीएम ने ट्वीट कर भी कहा है कि 'मैं फिर राजकोट जाऊंगा जहां सामाजिक अधिकारिता शिविर में भाग लूंगा और अपने दिव्यांग भाई-बहनों से बातचीत करूंगा'। शुक्रवार को मोदी अरावली जिले के मोदासा जाएंगे, जहां वह 552 करोड़ रुपये की लागत से दो जलापूर्ति परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे