पीएम मोदी ने कैसे एक मुसलमान लड़की की उच्च शिक्षा के लिए की आर्थिक मदद
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आफिस से मिली चिट्ठी के बाद कर्नाटक की एक मुस्लिम लड़की को एजुकेशन लोन मिलने में हुई आसानी। पीएम मोदी ने दिया था भरोसा कि 10 दिनों के अंदर मिला एजुकेशन लोन।
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अक्सर उनके पास आई उन चिट्ठियों को लेकर काफी सजग रहते हैं जिनमें किसी तरह की मदद उनसे मांगी गई है। पिछले कुछ वर्षों में इस तरह के कई उदाहरण आपने देखे हैं। अब इस लिस्ट में एक और नया उदाहरण शामिल हो गया है। पीएम मोदी ने अब कर्नाटक की रहने वाली एक ऐसी मुसलमान लड़की की मदद की है जिसने उच्च शिक्षा हासिल करने का सपना देखा था।
10 दिनों के अंदर मिल गया लोन
प्रधानमंत्री ऑफिस (पीएमओ) की ओर से मांड्या की रहने वाली बीबी सारा को एक चिट्ठी भेजी गई और इस चिट्ठी के जरिए उन्हें एक भरोसा दिया गया कि वह अपनी उच्च शिक्षा जारी रख सकती हैं। बीबी सारा एमबीए की पढ़ाई कर रही हैं और पीएम मोदी ने उन्हें उनकी पढ़ाई जारी रखने के लिए आर्थिक मदद का वादा किया था। पीएमओ की ओर से आए जवाब में उन्हें सुनिश्चित किया गया कि अगले 10 दिनों के अंदर उन्हें एजुकेशन लोन मिल जाएगा। सारा, कर्नाटक के मांड्या जिले के शुगर टाउन की रहने वाली हैं। उन्हें सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया से पीईएस कॉलेज से अपनी पढ़ाई पूरी करने के लिए लोन चाहिए था। बैंक की ओर से पूरी प्रक्रिया में काफी देर हो रही थी। इसके बाद सारा और उनके पिता ने पीएम मोदी को एक चिट्ठी लिखी और उनसे मदद मांगी। 10 दिनों के अंदर मदद मिलने का जवाब पीएमओ की ओर से आया और सारा का विजया बैंक की ओर से 1.5 लाख का एजुकेशन लोन मिल गया। सारा ने इस पर कहा, 'करोड़ों लोगों वाले इस देश में पीएम मोदी ने उनकी एक चिट्ठी का जवाब दिया। मैं उनसे व्यक्तिगत तौर पर मिलना चाहती हूं और उन्हें मिलकर उनका शुक्रिया अदा करना चाहती हूं।'
आठ दिन की बच्ची की बचाई जान
अभी कुछ दिनों पहले ही पीएम मोदी ने जिंदगी और मौत से जूझ रही असम की एक आठ दिन की एक बच्ची की जान बचाई थी। डिब्रूगढ़ की इस बच्ची की हालत काफी गंभीर थी और उसे लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर रखा गया था। इस बच्ची को दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल में शिफ्ट करना था और इसके लिए एयर एंबुलेंस की जरूरत थी। एयर एंबुलेंस को शाम सात बजे दिल्ली लैंड करना था और इस समय दिल्ली में काफी ट्रैफिक रहता है और ऐसे में बच्ची की जान आफत में पड़ सकती थी। पीएम मोदी के हस्तक्षेप की वजह से रेस्क्यू टीम को उस समय अस्पताल तक के लिए खुला रास्ता मिल सका था। बच्ची के माता-पिता ने कहा कि पीएम मोदी ने उनकी बच्ची के लिए जो किया वह पूरी जिंदगी उनके आभारी रहेंगे। बच्ची किडनी की एक गंभीर बीमारी का सामना कर रही थी।