भारत पर परमाणु हमला करने ही जा रहे थे मुशर्रफ, इस एक डर के चलते पीछे खींचे कदम
परवेज मुर्शरफ ने अपने इंटरव्यू में बताया है कि भारतीय संसद पर हमले के बाद वो कई रातों तक सो नहीं पाए, वह खुद से ये सवाल पूछते रहते थे कि मुझे एटमी हथियार तैनात करने चाहिए या नहीं।
नई दिल्ली। पाकिस्तान के पूर्व तानाशाह जनरल परवेज मुशर्रफ ने जापानी अखबार को दिए इंटरव्यू में सनसनीखेज खुलासा किया है। मुशर्रफ ने अपने इंटरव्यू में बताया है कि वो 16 साल पहले भारत पर न्यूक्लियर अटैक करने वाले थे लेकिन उन्हें डर था कि भारत की तरफ से जोरदार जवाबी हमला होगा, इस वजह से वो रुक गए। मुशर्रफ ने अपने ताजा इंटरव्यू में बताया है कि भारतीय संसद पर हुए हमले के बाद वो कई रातों तक सो नहीं पाए थें।
भारतीय संसद पर हमले का जिक्र
पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति ने जापान के अखबार 'मेनिची शिंबुन' को दिए इंटरव्यू में भारतीय संसद पर हमले और उसके बाद के तनाव का जिक्र किया है। अखबार ने अपने जैपनीज और इंग्लिश दोनों वर्जन में मुर्शरफ के इंटरव्यू को छापा है।
संसद पर हमले के बाद कई रात नहीं सोए
परवेज मुशर्रफ ने अपने इंटरव्यू में बताया है कि भारतीय संसद पर हमले के बाद वो कई रातों तक सो नहीं पाए, वह खुद से ये सवाल पूछते रहते थे कि मुझे एटमी हथियार तैनात करने चाहिए या नहीं। उन्होंने खुलासा किया कि मी हथियार इस्तेमाल करने के बारे में काफी सोचा लेकिन भारत के जवाबी हमले के डर से इरादा बदलना पड़ा।
भारत पर परमाणु हमला करना चाहते थे परवेज मुशर्रफ
परवेज मुशर्रफ ने इंटरव्यू में खुलासा किया है कि 2001 में भारत और पाकिस्तान दोनों की मिसाइलों पर एटमबम नहीं लगाए गए थे। मुशर्रफ के मुताबिक,एटमी हमला करने के लिए एक से दो दिन लग सकते थे। जब मुशर्रफ से ये पूछा गया कि क्या उन्होंने मिसाइलों पर वॉरहेड्स लगाने का ऑर्डर दिया था तो पूर्व तानाशाह ने कहा कि हमने ऐसा नहीं किया था और मुझे लगा था कि भारत ने भी न्युक्लियर वॉरहेड्स मिसाइलों पर नहीं लगाए होंगे।
परवेज मुशर्रफ ने किया था तख्तापलट
आपको बता दें कि परवेज मुशर्रफ लंबे वक्त से पाकिस्तान के बाहर रहे हैं। पाकिस्तान की अदालत ने एक बार उन्हें भगोड़ा भी करार दिया था। 1999 में आर्मी चीफ रहते हुए उन्होंने नवाज शरीफ सरकार का तख्तापलट किया था। उस दौरान शरीफ को कुछ महीने जेल में काटने पड़े थे। इसके बाद मुशर्रफ ने उन्हें सऊदी अरब जाने की इजाजत दे दी थी। मुशर्रफ 2001 से 2008 तक पाकिस्तान के राष्ट्रपति रहे। 2007 में उन पर बेनजीर भुट्टो की हत्या की साजिश रचने का भी आरोप लगा था।