मुफ्ती सरकार का विवादास्पद फैसला: मसरत आलम हुए जेल से रिहा
नयी दिल्ली (ब्यूरो)। मुस्लिम लीग के नेता मसरत आलम पर शनिवार को मुफ्ती सरकार मेहरबान हो गई। आलम को बारामूला जेल से रिहा कर दिया गया। हालांकि जम्मू-कश्मीर सरकार में शामिल भारतीय जनता पार्टी आलम की रिहाई का विरोध कर रही थी लेकिन मुफ्ती सरकार ने इसे दरकिनार कर यह फैसला लिया।
आलम को जेल में रखने के आदेश को रद्द करते हुए मुफ्ती सरकार ने उसे रिहा कर दिया। आपको बताते चलें कि मुस्लिम लीग के नेता मसरत आलम को पब्लिक सेफ्टी एक्ट के तहत गिरफ्तार किया गया था। 42 साल का आलम जेल में बंद एक मात्र राजनीतिक कैदी था। आलम के उपर कोई आपराधिक मामला दर्ज नहीं है। मुसरत आलम को हुर्रियत नेता सैयद अली शाह गिलानी का उत्तराधिकारी भी माना जाता है।
आपको बताते चलें कि इससे पहले, मुफ्ती मोहम्मद सईद ने अलगाववादियों और आतंकियों को राहत देने की वकालत की थी। मुफ्ती ने कहा था कि जम्मू कश्मीर सरकार जल्द ही राजनैतिक कैदियों को राहत देने के लिए अध्यादेश लाएगी। इस अध्यादेश के जरिए अलगाववादियों और आतंकियों को राहत देने की कोशिश की जाएगी।