पर्रिकर बोले, नोटबंदी के बाद कश्मीर में नहीं हुई पत्थर फेंकने की घटना
रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर ने कहा कि चाहे सीमा की सुरक्षा हो या फिर वित्तीय सुरक्षा, प्रधानमंत्री मोदी ने बेहद बड़ा फैसला लिया है।
नई दिल्ली। रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने कहा कि 8 नवंबर के बाद से कश्मीर में एक भी पत्थर फेंकने की घटना नहीं हुई है। बता दें कि 8 नवंबर की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 500 और 1000 रुपये के नोटों पर प्रतिबंध का ऐलान किया था।
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'8 नवंबर के बाद घाटी में नहीं हुई पत्थर फेंकने की घटना'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अहम कामयाबी की बधाई देते हुए रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने बताया कि यहां जो रेट थे उसके मुताबिक सुरक्षा बलों पर पत्थर फेंकने के लिए 500 रुपये दिए जाते थे और अन्य कार्यों के लिए 1000 रुपये दिए थे। प्रधानमंत्री मोदी ने टेरर फंडिंग को बिल्कुल जीरो पर ला के खड़ा कर दिया है।
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मुंबई में आयोजित कार्यक्रम में बोले रक्षामंत्री
रक्षामंत्री पर्रिकर मुंबई में बीजेपी विधायक अतुल भटखालकर की ओर से आयोजित एक कार्यक्रम में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि चाहे सीमा की सुरक्षा हो या फिर वित्तीय सुरक्षा, प्रधानमंत्री मोदी ने बेहद बड़ा फैसला लिया है।
रक्षामंत्री ने कहा कि जो कुछ भी किया गया है, हमारे जवान सीमा पर जो कुछ कर रहे हैं, मैं और प्रधानमंत्री मोदी उसका सिर्फ समर्थन कर रहे हैं।
'टेरर फंडिंग करने वालों को नोटबंदी से लगा बड़ा झटका'
बता दें कि केंद्रीय गृह मंत्रालय के सूत्रों ने इस बात की तस्दीक की है कि अलगाववादियों की ओर से भड़काई जा रही हिंसा में नोटबंदी के फैसले के बाद बड़ा झटका लगा है।
सरकार के अचानक लिए गए नोटबंदी के फैसले से जहां भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने की कवायद के तौर पर देखा जा रहा है वहीं कालेधन पर भी ये एक गहरी चोट हैं। इसके साथ-साथ मोदी सरकार के इस फैसला का झटका टेरर फंडिंग करने वालों को भी लगा है।
500 और 1000 के नोटों पर प्रतिबंध का असर
बीजेपी ने इस मुद्दे पर सोमवार को कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के वित्तीय सर्जिकल स्ट्राइक से कश्मीर में अलगाववादियों और आतंकवादियों को गहरा झटका लगा है। इस फैसले के बाद घाटी में पुराने हालात फिर से नहीं आ सकते हैं।
जम्मू-कश्मीर बीजेपी के प्रवक्ता सुनील सेठी ने बताया कि सही समय और बेहद अच्छी तरह से केंद्र सरकार ने 500 और 1000 के नोट पर प्रतिबंध लगाया। इसका खामियाजा अलगावादियों के साथ-साथ आतंक फैलाने वाले आकाओं को भी उठाना पड़ा है।
पाकिस्तान के पेशावर में छापे जाते थे 500 और 1000 रुपये के नकली नोट
ये माना जाता है कि घाटी में हिंसा अलगावादी ताकतों के जरिए फैलाई जाती है, कश्मीर में सीमा पार से सबसे ज्यादा नकली नोट भेजे जाते हैं।
खुफिया सूत्रों ने हाल ही में इस बात की जानकारी सरकार और भारतीय रिजर्व बैंक को दी थी कि पाकिस्तान के पेशावर में नकली नोट छापे जाते हैं। इनमें खास तौर से 500 और 1000 रुपये के नोट होते हैं।
खुफिया एजेंसियों ने किया था अहम खुलासा
पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई, जो इस पूरी कवायद में शामिल है, इन नकली नोटों का इस्तेमाल अपने नेटवर्क में करते हैं।
आईएसआई के संपर्क से चलने वाले संगठन दाऊद इब्राहिम, लश्कर-ए-तैयबा समेत कई और अंतरराष्ट्रीय आपराधिक नेटवर्क इन नकली नोटों का इस्तेमाल भारत में करते हैं।