पनामा पेपर्स: अरुण जेटली ने बताया, आईटी विभाग ने 19,000 करोड़ रुपये के काले धन का पता लगाया
अरुण जेटली ने बताया कि स्विट्जरलैंड में एचएसबीसी के बैंक खातों में 628 भारतीयों के बैंक खाते होने की सूचना सरकार को फ्रांस सरकार से दोहरे कराधान से बचाव समझौते (डीटीएसी) के तहत मिली थी।
नई दिल्ली। सरकार ने शुक्रवार को कहा कि आयकर विभाग ने एचएसबीसी खाताधारकों सहित ग्लोबल लीक की जांच के बाद 19,000 करोड़ रुपये काले धन का पता लगाया है। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने बताया कि आईसीआईजे द्वारा साझा की गई जानकारी के मुताबिक 700 भारतीय लोगों से संबंधित दस्तावेजों में 11,010 करोड़ रुपये से ज्यादा क्रेडिट का पता चला है।
अरुण जेटली लोकसभा में बताया ' 31 मामलों में अभियोजन शिकायतें फौजदारी अदालतों के सामने दर्ज की गई हैं, सरकार ने अप्रैल 2016 में एक बहु-एजेंसी समूह (एमएजी) का गठन किया था जिसमें भारतीय व्यक्तियों के त्वरित जांच की बात कही गई थी जिनके नाम पनामा पेपर लीक में शामिल थे।
अरुण जेटली ने बताया कि स्विट्जरलैंड में एचएसबीसी के बैंक खातों में 628 भारतीयों के बैंक खाते होने की सूचना सरकार को फ्रांस सरकार से दोहरे कराधान से बचाव समझौते (डीटीएसी) के तहत मिली थी। इन मामलों की जांच के जरिए 8,437 करोड़ रूपये की अघोषित आय को मई 2017 तक कर के दायरे में लाया गया। गौरतलब है कि काला धन पर रोक लगाने के लिए सूचना के आदान प्रदान के लिए जनवरी 2017 तक भारत के 139 देशों, सिंगापुर सहित विदेशी क्षेत्राधिकारों के साथ कर समझौते किए हैं।
वहीं बीते महीने स्विट्जरलैंड ने भारत और 40 अन्य देशों के साथ अपने यहां संबंधित देश के लोगों के वित्तीय खातों, संदिग्ध काले धन से संबंधित सूचनाओं के आदान प्रदान की व्यवस्था को शुरू करने की मंजूरी दी थी। टैक्स संबंधी सूचनाओं के स्वत: आदान-प्रदान (ऑटोमैटिक एक्सचेंज ऑफ इन्फर्मेशन) पर वैश्विक संधि को मंजूरी के प्रस्ताव पर स्विट्जरलैंड की संघीय परिषद (मंत्रिमंडल) ने मुहर लगा दी थी। स्विट्जरलैंड सरकार ने इस व्यवस्था को साल 2018 से संबंधित सूचनाओं के साथ शुरू करने का निर्णय लिया है यानी आंकड़ों के आदन प्रदान की शुरूआत 2019 में होगी।
पनामा पेपर्स के नाम से लीक हुए इन दस्तावेजों को सामने लाने में मुख्य भूमिका अमेरिका स्थित एक एनजीओ खोजी पत्रकारों के अंतरराष्ट्रीय महासंघ (ICIJ) की है। इनके मुताबिक इन्होंने उन दस्तावेजों की गहरी छानबीन की, जो इन्हें किसी अज्ञात सूत्र ने उपलब्ध करवाए थे। जांच में ढेरों फिल्मी और खेल जगत की हस्तियों के अलावा लगभग 140 राजनेताओं, अरबपतियों की छिपी संपत्ति का भी खुलासा हुआ है।