पाक नौका में बैठे आतंकियों के निशाने पर थे नौसेना के प्रतिष्ठान: रिपोर्ट
नयी दिल्ली। साल 2014 की आखिरी रात को लश्कर-ए-तैयबा के आतंकियों ने एक बार फिर से हिन्दुस्तान को दहलाने की कोशिश की, लेकिन भारतीय सेना की मुस्तैदी और चुस्ती की बदौलत वो अपने नापाक इरादों में कामयाब नहीं हो पाएं। भारतीय कोस्टगार्ड और सुरक्षादल ने पोरबंदर के रास्ते पाक नौका के भारत में घुसने के इरादे को नाकाम कर दिया।
नौका में बैठे आंतकियों ने पकड़े जाने के डर से खुद को ब्लास्ट कर उड़ा लिया। अब इस मामले पर आई मीडिया रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि विस्फोट में खुद को उड़ाने वाली 'आतंकी' नौका के निशाने पर नौसेना के प्रतिष्ठान थे। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक नौका में सवार संदिग्ध आतंकी आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के इशारे पर काम कर रहे थे।
रिपोर्टों में यह भी कहा गया कि आतंकियों की बातचीत से इस बात का पता चला है कि नौका में सवार चारों लोग लश्कर-ए-तैयबा के आतंकी थे। जिन्हें पाकिस्तान से ऑपरेट किया जा रहा था। गौरतलब है कि 12 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पोरबंदर जाने वाले थे, लेकिन पीएम दौरे से पहले ही हुए इस घटना के बाद सुरक्षा को देखते हुए मोदी का दौरा रद्द कर दिया गया है।