फिटनेस टेस्ट पास नहीं कर पाया ट्रेनी आईपीएस, मोदी सरकार ने किया बर्खास्त
सालुंखे न सिर्फ नेशनल पुलिस अकेडमी में फिजिकल फिटनेस टेस्ट में फेल हुए, बल्कि कई विशेष मौके मिलने के बाद भी वह पास नहीं हो पाए।
नई दिल्ली। 2010 बैच के महाराष्ट्र काडर के आईपीएस ट्रेनी सालुंखे दीपक आत्माराम को केंद्र सरकार ने इसलिए बर्खास्त कर दिया, क्योंकि वह आईपीएस अधिकारियों के लिए अनिवार्य फिजिकल फिटनेस टेस्ट पास नहीं कर पाए। दीपक का वजन काफी ज्यादा था और वो फिटनेस के मानकों को पूरा नहीं कर सके।
सालुंखे न सिर्फ नेशनल पुलिस अकेडमी में फिजिकल फिटनेस टेस्ट में फेल हुए, बल्कि कई विशेष मौके मिलने के बाद भी वह पास नहीं हो पाए। टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक, सालुंखे ने साल 2012 से 2016 के बीच मिले 6 मौके गंवाए। सालुंखे का पर्यवीक्षा (प्रोवेशन) 2 साल के लिए बढ़ाकर दिसंबर 2014 किया गया। इसके बाद उन्हें दो साल का एक्सटेंशन भी दिया गया । उन्हें जुलाई 2016 में कारण बताओ नोटिस जारी कर यह पूछा गया कि उन्हें क्यों न बर्खास्त कर दिया जाए। उन्होंने नोटिस का जवाब नहीं दिया और 22 मार्च 2017 को उन्हें बर्खास्त कर दिया गया।
22 मार्च को जारी निर्देश में कहा गया कि सालुंके ने बेसिक फिजिकल फिटनेस पास नहीं की हैं, जो आईपीएस के योग्य बनने के लिए जरूरी हैं। सालुंके ने जानबूझकर अपने कर्तव्यों की उपेक्षा की है और उनमें इस ड्यूटी के जरूरी मन और गुणों की कमी है। ऐसे में उन्हें बर्खास्त किया जाता है। केंद्र सरकार का रुख आईपीएस अफसरों को लेकर काफी कड़ा रहा है। कई दफा कामकाज को लेकर भी अधिकारियों को केंद्र से फटकार पड़ चुकी है।
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