500 और 1,000 के नोट नहीं बदल पा रहे थे दो अनाथ बच्चे फिर पीएम मोदी ने क्या किया
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर से कुछ ऐसा किया है जिससे बच्चों के लिए उनका प्यार फिर से सामने आया है। पीएम मोदी ने उन दो अनाथ बच्चों की मदद की है जिनके पास 500 और 1,000 के पुराने नोट थे लेकिन दोनों ही इन नोटों को बदल नहीं पा रहे थे। पीएम मोदी ने न सिर्फ इन बच्चों को एक चिट्ठी लिखी बल्कि इन बच्चों को 50,000 रुपए की मदद भी की।
करीब 96,000 रुपए के पुराने नोट
17 वर्ष के सूरज बंजारा अपनी नौ वर्ष की बहन सलोनी के साथ राजस्थान के कोटा में रह रहे हैं। इन दोनों के पिता की मृत्यु कुछ समय पहले हो गई थी। दोनों अपनी मां के साथ रह रहे थे लेकिन कुछ समय बाद दुर्भाग्यवश इनकी मां की हत्या हो गई। दोनों बच्चों को इस दुखद हादसे के बाद 96,000 रुपए मिले जो इनकी मां ने इनके लिए बचाकर रखे थे।
आरबीआई ने किया था इनकार
दोनों बच्चे अभी एक शेल्टर होम कोटा चाइल्ड वेलफेयर कमेटी में रह रहे हैं। आठ नवंबर को हुए डेमॉनेटाइजेशन के बाद बच्चे पुराने नोटों को बदलने की समय-सीमा पूरी होने के बाद इन नोटों को बदल नहीं पा रहे थे। आरबीआई ने भी इन नोटों को स्वीकार करने से मना कर दिया था।
पीएम मोदी को लिखी चिट्ठी
इसके बाद बच्चों ने पीएम मोदी को चिट्ठी लिखी और उन्हें अपनी परेशानियों से रूबरू करवाया। उन्होंने पीएम मोदी को बताया कि उनके पास अब सिर्फ यही पैसा बचा है लेकिन वह इसे डेमॉनेटाइजेशन की वजह से प्रयोग नहीं कर सकते हैं। इन बच्चों ने यह चिट्ठी 25 मार्च को लिखी थी। बच्चों ने पीएम मोदी से मदद की अपील की थी क्योंकि उनके पास पैसे कमाने का कोई और रास्ता नहीं था।
पीएम मोदी ने करवाया इंश्योरेंस
पीएम मोदी ने बच्चों को 50,000 रुपए की मदद की। यह मदद उन्हें प्रधानमंत्री डिस्क्रेश्नरी फंड यानी पीएमडीएफ की ओर से और पीएम मोदी ने बच्चों के लिए प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना और प्रधानमंत्री जीवन ज्योती बीमा योजना के इंश्योरेंस भी करवाया। पीएम मोदी ने यह भी सुनिश्चित किया कि पांच वर्षों की अवधि तक बच्चों के लिए 1,710 रुपए का इंश्योरेंस प्रीमियम तुरंत रिलीज कर दिया जाए।
पीएम मोदी ने लिखी चिट्ठी
पीएम मोदी ने बच्चों को जो चिट्ठी लिखी उसमें उन्होंने लिखा, 'आपकी वर्तमान स्थिति जानने के बाद मुझे आपसे पूरी सहानुभूति है। मैं आपको जो रकम दे रहा हूं वह आपकी समस्याओं को पूरी तरह से खत्म करने के लिए काफी नहीं होगा। लेकिन मैं यह सुनिश्चित करता हूं कि यह मदद आपकी समस्याओं को कुछ हद तक कम कर सके।'