'स्विस बैंक से कालाधन वापस लाने के बजाय जनता का सफेद पैसा छीन रही है मोदी सरकार'
कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी ने नोटबंदी पर मोदी सरकार पर बड़ा हमला बोला है। ममता ने कहा कि स्विस बैंकों में जमा काले धन को वापस लाने का काम छोड़कर नरेंद्र मोदी सरकार देश की जनता का सफेद धन छीनने में लगी हुई है।
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'विधानसभा चुनावों में भाजपा भुगतेगी खामियाजा'
ममता बनर्जी ने कहा कि अगले विधानसभा चुनावों में जनता, भारतीय जनता पार्टी को नोटबंदी पर माकूल जवाब देगी क्योंकि इसकी सरकार पर से लोगों का भरोसा उठ चुका है।
ममता ने कहा, 'तृणमूल कांग्रेस डिमोनेटाइजेशन का विरोध करेगी। हम यूनाइटेड अपोजिशन को अपना समर्थन देते हैं। हम सभी राजनीतिक दलों, किसानों और दुकानदारों से इसका विरोध करने की अपील करेंगे. भाजपा को जनता जवाब देगी। एक भी वोट भाजपा को नहीं मिलेगा।'
जनता से छीना जा रहा है उसका सफेद पैसा
ममता ने कहा कि भाजपा को जनता ने इसलिए समर्थन दिया था ताकि स्विस बैंकों में रखा पैसा वह वापस लाए लेकिन सरकार ने जनता का सफेद पैसा ही छीन लिया।
ममता ने इसे जनता की लड़ाई बताते हुआ कहा कि इस लड़ाई में जनता की ही जीत होनी चाहिए। उन्होंने कहा, 'यह लोगों की लड़ाई है और हमें लोगों को जिताने की जरूरत है। अगर कोई हमारा साथ देना चाहता है तो मैं उसका स्वागत करुंगी। जब तक इस मुद्दे का कोई समाधान नहीं मिलता तब तक हम विरोध करते रहेंगे। जनता को न्याय मिलेगा। इसके लिए हम देशभर में राजनीतिक आंदोलन चलाएंगे।'
डिमोनेटाइजेशन के बाद क्यों इतनी सक्रिय हुईं ममता?
नोटबंदी के विरोध में आम आदमी पार्टी के नेता और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और यूनाइटेड अपोजिशन के साथ मिलकर टीएमसी नेता ममता बनर्जी जोरदार आवाज में मोदी सरकार का विरोध कर रही हैं। दरअसल इसके पीछे ममता के कई राजनीतिक मकसद हैं।
टीएमसी को राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा प्राप्त है। यह पार्टी पश्चिम बंगाल से बाहर बेहतर प्रदर्शन नहीं कर पा रही है। पिछले लोकसभा चुनाव में पश्चिम बंगाल से बाहर की सीटों पर टीएमसी कैंडिडेट्स की जमानत जब्त हो गई थी। 2018 में त्रिपुरा के चुनाव होने हैं जिसमें पार्टी, मुकुल रॉय को मुख्यमंत्री उम्मीदवार के तौर पर प्रोजेक्ट करनेवाली है। ममता केंद्र की राजनीति में पार्टी को ऊपर उठाना चाहती है। इसी मकसद के तहत अब वह दिल्ली में सक्रिय हैं।
दिल्ली की राजनीति में ममता की आवाज
वह जंतर-मंतर पर होने वाले विरोध प्रदर्शन में भाग लेने के लिए दिल्ली फिर से आई हैं। पिछले सप्ताह वह दिल्ली आई थीं तो उन्होंने राष्ट्रपति भवन तक विरोधी दलों के यूनाइटेड अपोजिशन के साथ मार्च में हिस्सा लिया था। इसके बाद डिमोनेटाइजेशन के विरोध में सीएम अरविंद केजरीवाल के साथ उन्होंने आजादपुर मंडी में रैली को संबोधित किया था।
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