धर्म परिवर्तन का खुला रेट, ईसाईयों को 5 लाख मुसलमानों को 2 लाख
लखनऊ। सबका साथ सबका विकास का नारा बुलंद करके प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी केंद्र की सत्ता पर काबिज हुए थे। लेकिन महज छह महीने के भीतर उत्तर प्रदेश में प्रधानमंत्री के विकास के एजेंडे से इतर एक नया एजेंडा शुरु हो गया है, वह है धर्मांतरण। जी हां ईसाइयों को धर्म बदलने के लिए 5 लाख जबकि मुसलमानों को धर्म बदलने के लिए 2 लाख रुपए का खुला रेट तय है।
धर्म जागरण मंच का एक पत्र सामने आया है जिसमें इस संगठन ने एक लाख ईसाई और मुसलमानों की घर वापसी का लक्ष्य रखा है। धर्म जागरण मंच के नेता राजेश्वर सिंह ने अपने लिखे पत्र में कहा है कि इस साल 1 लाख लोगों की घर वापसी की जाएगी।
आपको बता दें कि 25 दिसंबर को अलीगढ़ में आयोजित होने वाले कार्यक्रम में पांच हजार ईसाई और मुसलमान परिवार धर्म परिवर्तन करेंगे। इस कार्यक्रम के बारे धर्म जागरण मंच के नेता राजेश्वर सिंह का कहना है कि यह कार्यक्रम धर्म परिवर्तन का नहीं है बल्कि घर वापसी किये लोगों के सम्मान का कार्यक्रम है।
गौरतलब है कि आगरा में 200 लोगों ने धर्म परिवर्तन किया है। वहीं इन्ही में से कुछ लोगों का आरोप है कि उनसे जबरन धर्म परिवर्तन कराया गया। जिसके बाद इस मसले पर संसद के दोनों सदनों में जमकर हंगामा हुआ। वहीं इस मामले में आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गयी है।