#demonetisation: नोटबंदी के 30 दिन पूरे, जानिए 30 खास बातें
नोटबंदी को आज एक महीना पूरा हो गया है, जिसके विरोध में विपक्ष के सभी दल आपसी सहमति से 'काला दिवस' मना रहे हैं।
नई दिल्ली। 8 नवंबर को रात 8 बजे पीएम नरेन्द्र मोदी ने अचानक से एक फैसला सुनाकर हर किसी को हैरान कर दिया था और वो बड़ा फैसला था नोटबंदी का। पीएम नरेन्द्र मोदी ने काले धन को रोकने के लिए 500 और 1000 के नोट को बैन कर दिया था जिसके बाद संसद में हंगामा और सड़कों पर एटीम के सामने पैसे निकालने के लिए लंबी कतारें देखने को मिल रही है।
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आईये जानते हैं नोटबंदी के कारण देश में 30 दिनों के अंदर क्या-क्या हुआ है...
- नोटबंदी का पुरजोर विरोध विपक्ष कर रहा है, संसद चल नहीं पा रही है।
- पीएम मोदी के इस फैसले के खिलाफ सारे विरोधी दल एक हो गए हैं।
- रुपयों को लेकर बैंकों व एटीएम के बाहर अब भी कतारें बरकरार हैं।
- कैश की कमी से जूझ रहे बैंकों की परेशानी भी दिनोंदिन बढ़ती जा रही है।
- लोगों को अपने ही पैसों के लिए घंटों लाइन में लगना पड़ रहा है।
- कई बैंक कम नकदी होने की वजह से सरकार द्वारा तय सीमा से कम रकम ग्राहकों को दे रहे हैं।
- डाकघरों में भी पैसे नहीं हैं जिसके काऱण लोग काफी परेशान हैं।
- कैश की कमी के कारण किसानों की फसल नहीं बिक पा रही है और वे बीज और खाद नहीं खरीद पा रहे हैं।
- देशभर के पोस्ट ऑफिसों को 700 करोड़ रुपये कैश की जरूरत है लेकिन उन्हें सिर्फ 300-350 करोड़ रुपये ही मिले हैं।
- नोटबंदी का सीधा असर गरीब किसानों को हुआ है क्योंकि वो अपनी धान की फसल नहीं बेच पा रहे हैं क्योंकि खरीददार पुरानी करंसी में पेमेंट ऑफर कर रहे हैं।
- कैशलेश पेमेंट को बढ़ावा देने के लिए नोटबंदी का ये कदम अभी भी अच्छी तस्वीर पेश नहीं करता है क्योंकि लोग अभी भी उतना भरोसा पेटीएम और मोबीविक पर नहीं दिखा पा रहे हैं जिनका दावा सरकार ने किया था।
- आरबीआई के आंकड़ों के अनुसार, दिसंबर के पहले चार दिनों के दौरान आठ प्रमुख मोबाइल वॉलिट्स और प्रीपेड पेमेंट इंस्ट्रूमेंट्स (पीपीआई) के जरिए जो पेमेंट किया गया वह 25 लाख था जिसकी वैल्यू 60 करोड़ रुपये थी।
- नोटबंदी के ऐलान के बाद भारतीय शेयर बाजार भी मंदा है।
- नोटबंदी के काऱण मनरेगा से जुड़े मजदूरों का पेमेंट रुक गया है।
- इसी वजह से आज विपक्ष संसद में काला दिवस मना रहा है
- विपक्षी दलों के सांसद काली पट्टी बांधकर विरोध दर्ज कराएंगे।
- देश के कई हिस्सों में बैंकों की लाइन में लगे लोगों की मौत की खबरें सामने आई हैं।
- मार्केट में अब 2000 के नया नोट आया है जो कि गुलाबी रंग का है और काफी आकर्षक है।
- डाक विभाग की ओर से नोटबंदी के बाद 'इंडिया पोस्ट, आपका दोस्त' चलाने का फैसला लिया गया है। यह अभियान 16 दिसंबर तक चलेगा।
- अभियान के दौरान डाक विभाग के कर्मचारी लोगों के बचत खाते खोलेंगे और उनमें पैसा जमा करेंगे।
आगे की खबर तस्वीरों में...
ई-पेमेंट को बढ़ावा
नोटबंदी के बाद सरकार लगातार ई-पेमेंट को बढ़ावा दे रही है। कैशलेस पेमेंट को बढ़ावा देने के लिए नई-नई योजनाएं लागू की जा रही है। ऐसे में अब वित्त मंत्रालय ने कहा है कि 5000 रुपए से अधिक का सरकारी भुगतान ई-पेमेंट में होगा।
5,000 रुपए से अधिक का भुगतान कैश में नहीं
वित्त मंत्रालय ने सभी सरकारी विभागों को निर्देश जारी किया है कि विभाग अब सप्लायर्स और ठेकेदारों को 5,000 रुपए से अधिक का भुगतान कैश में नहीं करेंगे। 5000 से अधिक की राशी को ई-पेमेंट के जरिए करना होगा।
20 और 50 रुपए के नए नोट
नोटबंदी के बाद छुट्टे पैसों को लेकर लोगों को हो रही दिक्कतों को कम करने के लिए रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने 20 और 50 रुपए के नए नोट छापने का फैसला लिया है, नए नोट जल्द ही लोगों के पास पहुंचेंगे।
लोगों ने सोना खरीदा
नोटंबदी के बाद से भारी संख्या में लोगों ने सोना को खरीद लिया है। आपको जानकर हैरत होगी कि सबसे ज्यादा सोना खरीदने वाले गुजरात के लोग हैं।
'ब्लैक मनी को सफेद कैसे बनाया जाए'
नोटबंदी के बाद गूगल पर सबसे ज्यादा लोगों ने सर्च किया है कि ब्लैक मनी को सफेद कैसे बनाया जाए। गूगल सर्च ईंजन की रिपोर्ट कहती हैं कि ये सर्च करने वाले सबसे ज्यादा लोग गुजरात के ही हैं।
कैश-लेस सोसायटी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी डिमोनेटाइजेशन के बाद अब कैश-लेस सोसायटी बनाने की बात कर रहे हैं।
'सोनम गुप्ता बेवफा है'
नोटबंदी के इस दौर में सोशल मीडिया पर एक चीज तेजी से वायरल हुई...'सोनम गुप्ता बेवफा है' क्योंकि किसी आशिक ने पुराने नोट पर लिखा था कि 'सोनम गुप्ता बेवफा है' और उसके बाद इस पर सौ अफसाने बन गए।
'सोनम गुप्ता बेवफा है' पर एक सवाल
IIT में सोशियोलॉजी और प्रोबेबिलिटी के पेपर में सोनम गुप्ता की बेवफाई और नोटबंदी के असर पर सवाल पूछे गए।आईआईटी गुवाहाटी में इलेक्ट्रिकल इंजीनयरिंग के एक प्रोफेसर ने स्टूडेंट्स को प्रोबेबिलिटी के पेपर में 'सोनम गुप्ता बेवफा है' पर एक सवाल सॉल्व करने को दिया।
100 के नोटों की आपूर्ति में भी कमी
बैंक अधिकारियों के मुताबिक कई बैंक की ब्रांचों में 500 के नए नोटों का इंतजार है। 100 के नोटों की आपूर्ति में भी कमी आई है। इस बीच ज्यादातर लोग 2000 रुपये के नोट लेने से कतरा रहे हैं। 500 और 100 के नोटों की कमी इसकी अहम वजह है।
पुरानी करेंसी को कैसे करें नष्ट
आरबीआई के मुताबिक नोटबंदी के की घोषणा के बाद से 10 से 27 नवंबर के बीच लोगों ने पांच सौ और एक हजार रुपए के नोट के रूप में आठ लाख 44 हजार 982 करोड़ रुपए जमा कराए हैं, या नई करेंसी से बदले हैं। आरबीआई की कुछ शाखाओं में इन नोटों के छोटे-छोटे टुकड़े (कतरन) किए जा रहे हैं, जिन्हें रीसाइकल कर दिया जाएगा।