कश्मीर के बांदीपोर में सुरक्षाबलों के साथ झड़प में एक व्यक्ति की मौत
श्रीनगर। कश्मीर के बांदीपारे में सुरक्षाबलों के साथ ताजा झड़प की घटनाएं हुई हैं जिनमें एक व्यक्ति के मारे जाने की खबरें हैं। घाटी में आजादी के बाद यह पहला मौका है जब ईद के अवसर 10 जिलों में कर्फ्यू लगाया गया है। आठ जुलाई को हिजबुल मुजाहिद्दीन कमांडर बुरहान वानी के मारे जाने के बाद से घाटी में कर्फ्यू लगाया गया है और मंगलवार को घाटी में बंद का 67वां दिन है।
मिठाई की दुकाने बंद, चरवाहे मायूस
कश्मीर में कर्फ्यू और तनाव की वजह से लोगों को नमाज अदा करने की मंजूरी नहीं है। लोगों से कहा गया है कि वे अपनी स्थानीय मस्जिदों में ही नमाज अदा करें। कर्फ्यू की वजह से घाटी के बाजार सूने पड़े हैं और चहलकदमी न के बराबर है।
बेकरी और मिठाई की दुकानें भी बंद हैं। वे चरवाहे जो अपनी भेड़ बेचने के लिए बकरीद का पूरे वर्ष इंतजार करते हैं, उन्हें भी मायूस होना पड़ा है। कर्फ्यू और प्रतिबंधों की वजह से उन्हें इस बार कोई भी ग्राहक नहीं मिल सका है।
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बेचारगी का आलम
कश्मीर के मशहूर कवि और सामाजिक कार्यकर्ता जराईफ अहमद जराईफ ने मीडिया को बताया कि उनके 70 वर्ष के जीवन में यह पहला मौका है जब ईद के मौके पर उन्हें इस तरह के हालातों को देखने को मजबूर होना पड़ रहा है।
उन्होंने कहा कि बकरीद का पर्व एक पावन मौका होता है और इस दिन भी लोगों को बेचारगी और मायूसी से रूबरू होना पड़ा है।
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अलगाववादी नेताओं का मार्च
घाटी में अब तक करीब 80 लोगों की मौत हो चुकी है और 10,000 से ज्यादा लोग घायल हैं। घायलों में आम नागरिकों के अलावा सुरक्षाबलों के जवान और प्रदर्शनकारी शामिल हैं।
घाटी में प्रतिबंधों को लागू करने का फैसला इसलिए किया गया क्योंकि अलगाववादियों ने यूनाइटेड नेशंस के स्थानीय कार्यालय तक एक मार्च निकालने कर ऐलान किया है।
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इंटरनेट बंद, आर्मी तैयार
घाटी में किसी भी तरह की हिंसा भड़कने के मद्देनजर सेना को तैयार रहने को कहा गया है। इंटरनेट सेवाओं को बंद कर दिया गया है और बीएसएनएल को छोड़कर कोई भी टेलीकॉम नेटवर्क यहां पर फिलहाल मुहैया नहीं है। अगले 72 घंटों तक ऐसी ही स्थिति रहेगी।
पीडीपी पर साधा निशाना
वहीं नेशनल कांफ्रेंस ने इस मौके पर पीडीपी पर निशाना साधा है। नेशनल कांफ्रेंस की ओर से कहा गया है कि पीडीपी अक्सर वर्ष 2010 से वर्तमान हालातों की तुलना करती है लेकिन कभी ईद के मौके पर कर्फ्यू नहीं लगाया गया था।