कांग्रेस ने कहा- आज ऐसे पीएम हैं, जो फैसला पहले लेते हैं, सोचते बाद में हैं
कांग्रेस ने राज्यसभा में नेता विपक्ष गुलाम नबी आजाद के उस बयान का बचाव किया है जिस पर भाजपा की मांग है कि बिना शर्त माफी मांगी जाए।
नई दिल्ली। चारों तरफ अफरा तफरी का आलम है, बेबस और बेहाल जनता लाइनों में खड़ी है और ये केवल एक व्यक्ति की सनक और इमेज बिल्डिंग के लिए है।
ये बात भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सूरजेवाला ने एक प्रेस वार्ता के दौरान कही। कहा कि आज देश में एक ऐसे प्रधानमंत्री है जो फैसला पहले लेते हैं, सोचते बाद में है और मानते कभी नहीं है।
बकौल रणदीप जब गलती पकड़ी जाती है तो सवाल पूछने वाले को देशद्रोही करार दे देते हैं।
55 लोगों का क्या था कसूर
नोटबंदी के दौरान हुई मौतों पर सूरजेवाला ने कहा कि 10 दिन में 55 बेकसूर लोग मौत के मुंह में धकेल दिए गये, उनका क्या कसूर था?
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कहा कि सरकार इन 55 लोगों की मौत के कारणों की जांच कराये और इनके परिवारों के साथ देश की जनता से भी माफी मांगें।
रणदीप ने कहा कि पूरा देश नोटबंदी की बदइंतजामी से पूरी तरह बेहाल है। हर दिन नया फरमान आ जाता है, उससे देश हैरान है और जनता परेशान है।
9 दिन में बदले 18 नियम
कहा कि 9 दिन में 18 बार सरकार ने नियम बदले हैं। सरकार पर तंज कसते हुए रणदीप ने कहा कि सरकार के दायें हाथ को ये मालूम नहीं कि बाया हाथ कर क्या रहा? इसको कहते हैं नाच ना आवे आगन टेढ़ा।
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रणदीप ने कहा कि विशेषज्ञों के अनुसार से 86% करेंसी बंद हो गयी, उसमे 500 के 1658 करोड़ रूपये और 1000 के 668 करोड़ रूपये सर्कुलेशन में थे और अगर नोट छापने वाली कम्पनी 2 शिफ्ट में नोट छापे तो 1 महीने में 133 करोड़ और 3 शिफ्ट में 200 करोड़ नोट छाप सकती है।
रणदीप ने कहा कि इस हिसाब से अगर 668 करोड़ रूपये को 2000 के नोटों में छापना शुरू करें तब भी साढ़े तीन महीने चाहिए।
उन्होंने कहा कि 500 रूपये के पुराने नोट को नये नोट से बदलने के लिए सरकार को 8 महीने चाहिए, देश का क्या होगा मोदी जी?
10 महीने में ये आलम है तो...
रणदीप ने कहा कि 'आपकी 10 महीने की तैयारी और स्थिति का ये आलम है तो देश का होगा क्या? इस बात का जवाब चाहिए'।
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कहा कि ना बैंक में कैश है, ना ATM में नोट। 125 करोड़ लोगोंके देश में 2 लाख ATM है और वित्त मंत्री कहते है वो 9 दिन में 22,250 ATM को ठीक कर पाए हैं।
बकौल रणदीप इस हिसाब से देखें तो देश भर के ATM ठीक करने में 110 दिन लगेगें। एक सवाल के जवाब में रणदीप ने कहा कि डंडा राज से देश नहीं चलेगा।
रणदीप ने कहा कि पूरे देश में नकदी के भुगतान से चलने वाली ईमानदार अर्थव्यवस्था पर मोदी जी के तुगलकी फरमान ने तालाबंदी कर दी।
जनता बताएगी कौन है देशद्रोही
कहा कि विदेशी निवेशकों का भी विश्वास हमारी अर्थव्यवस्था से टूट रहा है। पहले 5 दिन में 6,500 करोड़ रुपए हमारे देश से वापस ले गए, इन सबके बावजूद सवाल पूछने वाले को देशद्रोही कहा जा रहा है।
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कहा कि इस देश की जनता निर्णय करेगी कि असली देशद्रोही कौन है।
उन्होंने सवाल के जवाब में कहा कि पहले दिन से कांग्रेस कह रही है काले धन के खिलाफ कोई भी कदम उठाइए हम समर्थन करेंगे लेकिन आपने देश को खाई और पहाड़ के बीच लाकर खड़ा कर दिया है।
हम सरकार का विरोध नहीं कर रहे हैं
कहा कि हम सरकार का विरोध नहीं कर रहे बल्कि सरकार की सनक, बिना सोचे, समझे, बिना नीतिगत दूरगामी फैसले लिए जाने का विरोध कर रहे हैं।
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राज्यसभा में नेता विपक्ष गुलाम नबी आजाद के बयान पर रणदीप ने कहा कि 'उल्टा चोर कोतवाल को डांटे, मोदी जी यही कर रहे हैं।' पहले चोरी, फिर सीना जोरी।
कहा कि इन 55 लोगों की जान मोदी जी के तुगलकी फरमान की वजह से गई। बकौल रणदीप आजाद के कहने का मतलब यह था कि गुलाम नबी आजाद ने क्या कहा? हमारे 20 जवानों ने उरी हमले में देश के लिए अपनी जान दे दी और हमं उन पर गर्व है, लेकिन एक तानाशाह प्रधानमंत्री के निरंकुश फैसले के कारण 55 लोगों की मौत हो गई। इसका जिम्मेदार कौन है?'
कहा कि हमें अपने जवानों पर गर्व है जिनकी वजह से हमारी मातृभूमि सुरक्षित है लेकिन उन भारतीय लोगों के बारे में क्या जो उन सैनिकों की वजह से तो सुरक्षित हैं लेकिन आर्थिक अराजकता के कारण मारे जा रहे हैं। रणदीप के मुताबिक गुलाम नबी आजाद ने यह तुलना की थी।
ये है मोदी जी का चाल, चरित्र और चेहरा
कहा कि मोदी जी का चाल, चरित्र और चेहरा यह बन गया है कि हिन्दू सवाल करे तो देश द्रोही और मुस्लिम सवाल करे तो पाकिस्तानी।
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रणदीप ने कहा कि मोदी जी ने खुद के कृषि मंत्रालय की खाद बीज और मजदूरी में पुराने नोटों के इस्तेमाल करने की गुहार को ही नकार दिया।
कहा कि इस फैसले से मुसीबतों का पहाड़ देश की कृषि अर्थव्यवस्था पर टूटा। बिना सोचे समझे तुगलकी तरीके से कोपरेटिव बैंक, ग्रामीण विकास बैंक और कोपरेटिव क्रेडिट सोसाइटी को इस प्रक्रिया से बाहर कर दिया।
साथ ही कहा कि पूरे देश में पूरे देश की छोटी और मझले उद्योगों की हालत भी खराब है। रणदीप ने कहा कि चोरी और सीनाजोरी नहीं चलेगी। हर व्यक्ति जो सवाल पूछेगा, वो देश द्रोही नहीं हो सकता।