नौजवानों के बीच ओबामा का भाषण यादगार रहा
नई दिल्ली (विवेक शुक्ला) अपने भारत दौरे के आखिरी कार्यक्रम में अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा ने बेहद ओजस्वी भाषण दिया। इसके आप शब्दावलियों का प्रयोग करना हो तो कहा जाएगा शानदार, प्रभावी, आंतरिक सहज उद्गारों से भरा हुआ । उन्होंने यह भाषण सिरी फोर्ट सभागार में दिया।
ओबामा ने भारत की आंतरिक क्षमताओं को समझते हुए उसके साथ विश्व स्तर की साझेदारी को वास्तविक उंचाइयों तक ले जाने तथा समस्त मानव यानी स्त्री पुरुष सबको गरिमा एवं सम्मान दिलाने के प्रति मिलकर काम करने की प्रतिबद्धता वाला वक्तव्य।
बेहतरीन भाषण
वरिष्ठ टिप्पणीकार अवधेश कुमार मानते हैं कि अमेरिकी राष्ट्रपति के रूप में इसे उनका सबसे बेहतरीन भाषण माना जा सकता है।
भारत का अध्ययन
ओबामा के इस भाषण में रणनीति, कूटनीति से ज्याद सच्चाई की झलक देखी जा सकती है। आज के भाषण के बाद यह कहना होगा कि बराक ओबामा ने भारत का गहराई से अध्ययन किया और समझा है। अवधेश कुमार कहते हैं कि इस तरह मुझे याद नहीं कि किसी विदेशी नेता ने भारत के मूल तत्वों, उसकी सांस्कृतिक विविधता एवं इसमें अंतर्निहित एकता का, इसकी चुनौतियों का तथा भविष्य में विश्व की समस्याओं से निपटने में इसकी ऐसी महत्वपूर्ण भूकिा का जिक्र किया हो।
यह भी एक प्रकार से भारत के विश्व पटल पर सशक्त रुप से उभरने की प्रेरणा देने वाला तथा उसकी संभावना वाला वक्तव्य है। इसमें कोई शक नहीं है कि बराक ओबामा का यह भाषण लंबे समय तक याद किया जाएगा।