अब Chair car के टिकट में लीजिए VIP यात्रा का आनंद
राजधानी, शताब्दी, गरीब रथ, इंटर सिटी सहित सभी ट्रेनों में यह योजना लागू कर दी गई है। इसका लाभ उन्हीं को मिलेगा जिनका टिकट वेटिंग होगा। रेलवे ने उन यात्रियों, जिनका टिकट चेयरकार श्रेणी में रह जाता है को बड़ी राहत दी है। पहले एसी चेयरकार के मुसाफिरों को क्लास अपग्रेड कराने के लिए टीटीई से संपर्क करना पड़ता था। उसकी खुशामद करने के साथ ही किराये का अंतर भी देना पड़ता था। पर अब ऐसा कुछ करने की जरूरत नहीं है।
अपने आप हो जाएगा अलॉट -
रेलवे ने ऐसा सॉफ्टवेयर तैयार किया है कि यदि चेयरकार का टिकट वेटिंग में है और एक्जीक्यूटिव क्लास जैसी अन्य श्रेणियों में सीटें खाली पड़ी हैं तो चेयरकार का टिकट स्वत: एक्जीक्यूटिव में अलॉट कर दिया जाएगा।
जनाब, खाना भी है वीआइपी -
शताब्दी एक्सप्रेस में चेयरकार व एक्जीक्यूटिव क्लास के खाने में अंतर है। वेटिंग चेयरकार के मुसाफिरों को कम किराये में एक्जीक्यूटिव क्लास का खाना, जूस, काजू और बादाम आदि मिलेंगे।
बढ़ा किराये का बोझ रेलवे पर -
यदि चंडीगढ़ से दिल्ली शताब्दी एक्सप्रेस के चेयरकार की बात करें तो करीब 550 से लेकर 650 रुपये का किराया बनता है और एक्जीक्यूटिव क्लास में करीब 1150 से 1250 रुपये तक किराया देना पड़ता है। किराये के अंतर रेलवे देगा। इस कदम की चारों ओर सराहना हुई है। अब तक ऐग्जिक्यूटिव सीटें खालीं बनी रहतीं थीं, व चेयर कार में कई यात्रियों से वेटिंग का रोना रो दिया जाता था।