नोटबंदी के चलते पुलिस की कस्टडी में कूड़ा बने 2.5 लाख रुपए, शख्स ने किया केस
अहमदाबाद। यूं तो अब पुराने 500 और 1000 रुपए के नोट बदलने की आखिरी तारीख निकल चुकी है, लेकिन अपने पुराने नोट बदलवाने के लिए एक शख्स ने गुजरात हाईकोर्ट में केस दायर कर दिया है। इस शख्स का नाम कल्पेश पटेल है, जो मेहसाणा के रहने वाले हैं। पुलिस ने उनके करीब 2.5 लाख रुपए नोटबंदी यानी 9 नवंबर से पहले जब्त किए थे, जो अब कल्पेश के लिए महज कागज के टुकड़े रह गए हैं।
पुलिस ने कल्पेश पटेल को किडनैपिंग के एक मामले में गिरफ्तार किया था और उसके बाद दीसा पुलिस ने उनके पास से मिले 2.5 लाख रुपए और एक बाइक को छानबीन के दौरान जब्त कर लिया था। दीसा कोर्ट और पुलिस इन पैसों को नोटबंदी के बाद भी बैंक में जमा करना भूल गए। हालांकि, गुजरात हाईकोर्ट ने सभी सेशन कोर्ट को ऐसे जब्त किए गए पैसों को बैंक में जमा करने के निर्देश जारी किए थे।
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कल्पेश पटेल ने भी नोटबंदी के बाद अपने पैसे रिकवर करने की बहुत कोशिश की लेकिन नाकाम रहे। इतना ही नहीं, 8 मार्च को सेशन कोर्ट ने इन पैसों को वापस देने का आदेश दिया था, लेकिन इन्हें समय रहते वापस नहीं किया जा सका और 31 मार्च को इन नोटों को बदलने की आखिरी तारीख भी निकल गई। इसी के चलते अब उन्होंने गुजरात हाईकोर्ट में केस कर दिया है।
इस केस में पहली सुनवाई के बाद न्यायाधीश ए जे देसाई ने याचिका में भारतीय रिजर्व बैंक, वित्त विभाग औरर बंसाकांत जिला कोर्ट को पार्टी के तौर पर शामिल किए जाने को कहा है। साथ ही उन्हें नोटिस भी जारी किया है कि पटेल को उनके पैसे कैसे वापस दिए जाएं? इस मामले पर अगली सुनवाई 21 अगस्त को होनी है।