नोकिया का चेन्नई का संयंत्र बंद, कर्मचारियों के लग रहे औने-पौने दाम
चेन्नई। करीब 8000 लोगों का करियर अधर में लटक गया, जब नोकिया के चेन्नई के संयंत्र पर 1 नवंबर यानी आज डाल दिया गया। माइक्रोसॉफ्ट द्वारा अधीग्रहण के बाद जैसे की कंपनी ने पहले ही घोषणा कर दी थी, उसी के अनुसार संयंत्र में 1 नवंबर से काम बंद कर दिया गया। यह संयंत्र श्रीपेरंबदूर में स्थित है। अफसोस की बात यह है कि संयंत्र में काम करने वाले हजारों कर्मचारी अब औने-पौने दामों पर नौकरी करने को मजबूर हैं।
मोबाइल हैंडसेट बनाने वाली प्रमुख कंपनी नोकिया चेन्नई के श्रीपेरूंबदूर स्थित अपने संयंत्र को शनिवार से बंद कर रही है। कंपनी के प्रवक्ता ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। नोकिया इंडिया के अधिकारी ने कहा, "जैसा कि पहले घोषणा किया जा चुका है कि चेन्नई स्थित अपने संयंत्र को हम कल (1 नवंबर) से बंद करने जा रहे हैं, क्योंकि हमारी पैतृक कंपनी (माइक्रोसॉफ्ट) ने मोबाइल खरीद समझौते को रद्द कर दिया है।"
6,600 कर्मचारियों ने लिया रिटायरमेंट
25 अप्रैल को फिनलैंड की मोबाइल निर्माता कंपनी नोकिया को सॉफ्टवेयर दिग्गज कंपनी माइक्रोसॉफ्ट ने 7.2 अरब डॉलर में अधिगृहीत कर लिया था। साथ ही उसने चेन्नई स्थित संयंत्र को बंद करने का फैसला लिया था। संयंत्र के 6,600 कर्मचारियों ने कंपनी के प्रस्ताव पर स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ले ली थी, जबकि 1,600 कर्मचारियों का भविष्य अभी भी अधर में है।
कंपनी का कहना है कि 6,600 कर्मियों ने खुद से इस्तीफा दे दिया या फिर सेवानिवृत्त ले लिया, जबकि सूत्रों का कहना है कि तमाम कर्मचारियों को जबरन इस्तीफा देने पर मजबूर किया गया।
नोकिया की सॉफ्टवेयर इंजीनियर मीता थॅमस ने बताया कि हजारों कर्मचारियों के हालात बहुत खराब हैं। तमाम ऐसे हैं, जिन्हें नौकरी नहीं मिल रही है, और हजारों ऐसे हैं, जिन्हें अब नोकिया में मिलने वाली सैलरी से आधी सैलरी पर अन्य कंपनियों में नौकरी करनी पड़ रही है। सबसे खराब बात यह है कि जो भी कर्मचारी अन्य कंपनियों में सीवी लेकर जाता है, सामने वाली कंपनी उसकी मजबूरी का फायदा उठाते हुए औने-पौने दाम लगाने लगती है।