जिसके घर में शौचालय नहीं, उस लड़के का नहीं करवाएंगे निकाह: महमूद-ए-मदनी
हरियाणा, हिमाचल प्रदेश और पंजाब के मौलवियों और मुफ्तियों ने ऐसे लड़कों का निकाह नहीं कराने का फैसला किया है, जिनके घर में शौचालय नहीं है।
गुवाहाटी। कुछ दिनों पहले सुनने को मिला था कि एक बूढ़ी महिला ने शौचालय बनवाने के लिए अपनी बकरी बेच दी और यह भी सुनने में आया कि एक लड़की ने बिना शौचालय वाले घर में शादी करने से मना कर दिया। अब शौचालय को लेकर लोगों को जागरुक करने की एक और मिसाल सामने आई है। हरियाणा, हिमाचल प्रदेश और पंजाब के मौलवियों और मुफ्तियों ने ऐसे लड़कों का निकाह नहीं कराने का फैसला किया है, जिनके घर में शौचालय नहीं है।
जमीयत उलामा-ए-हिंद के महासचिव महमूद ए मदनी ने बताया कि इन तीन राज्यों में किसी भी मुसलमान की शादी के लिए घर में शौचालय होना जरूरी कर दिया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि जल्द ही इस नियम को सभी राज्यों में लागू किया जाएगा। मदनी बोले कि हिमाचल प्रदेश, पंजाब और हरियाणा के मौलवी और मुफ्तियों ने यह फैसला किया है कि वे लोग ऐसे मुस्लिम लड़कों का निकाह नहीं कराएंगे, जिनके घरों में टॉयलेट नहीं है। ये भी पढ़ें- ट्रेनिंग देने लायक नहीं हैं 65 फीसदी 'इंजीनियर', आ सकता है बेरोगजारी का संकट
यह बात पूर्व राज्यसभा सदस्य महमूद-ए-मदनी ने गुवाहटी के खानपाड़ा में स्वच्छता पर आयोजित असम सम्मेलन के उद्घाटन के दौरान कही। उन्होंने यह भी कहा कि उनके हिसाब से देशभर में सबी धर्मों के धार्मिक गुरुओं को यह फैसला करना चाहिए वे उन लड़कों की शादी नहीं कराएंगे, जिनके घर में शैचालय नहीं है। वह बोले कि दो तरह की स्वच्छता जरूरी है- एक बाहरी और दूसरी अंदर की। हम तभी अंदर से साफ हो सकते हैं, जब हमारे शरीर भी स्वच्छ हों।