नीतीश नहीं मांगते धन और दौलत ना कोई 'पद और सुविधा'
यह भी पढ़ें- आ गईं ताई
दरअसल बिहार के नए मुख्यमंत्री ने फैसला किया कि बिहार के मुख्यमंत्री को पद छोड़ने के पांच साल बाद तक सरकारी मद से स्टाफ रखने की सहूलियत मिलेगी। इस पर नीतीश कुमार ने नैतिक स्टैंड लेते हुए इसे स्वीकार करने से मना कर दिया।
नीतीश ने कहा कि इस फैसले से सिर्फ मुझे ही लाभ होता प्रतीत हो रहा है। उन्होंने बिहार सरकार से यह फैसला वापस लेने की अपील भी की है। उन्होंने फेसबुक पर लिखा है, 'आज समाचार पत्रों के माध्यम से ज्ञात हुआ कि बिहार सरकार ने पूर्व मुख्यमंत्री को पद छोड़ने के पहले पांच वर्ष के दौरान स्टाफ की सुविधा देने का निर्णय लिया है।
ऐसा प्रतीत होता है कि आज के संदर्भ में इस निर्णय का लाभ केवल मुझे ही प्राप्त होगा। अत: मै इस सुविधा को विनम्रतापूर्वक अस्वीकार करता हूं और साथ ही सरकार से इस निर्णय को वापस लेने का आग्रह करता हूं। धन्यवाद।' कुछ इसी तरह नीतीश ने अपनी मंशा जताई है वे राजनीति की नई चाल बड़ी शांति और सादगी से चल दी है।