1994 से अब तक कैसे बदले नीतीश, स्वामी ने योगासन से बताया
1996 में नीतीश कुमार को बीजेपी का साथ मिला। समता पार्टी और बीजेपी का गठबंधन हुआ जो अगले 17 सालों तक चला। समता पार्टी अपने सफर के दौरान साल 2003 में जनता दल यूनाटेड (JDU) बन गई
नई दिल्ली। बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने बिहार के सीएम नीतीश कुमार की अब तक की सियासी कसरतों को चित्रों के जरिए दिखाने की कोशिश की है। स्वामी मे अपने एक ट्वीट में नीतीश कुमार से जुड़े सात महत्वपूर्ण राजनीतिक मोड़ का जिक्र किया है। स्वामी ने बताया है कि नीतीश कुमार 1994 में कैसे और कहां से चले थे और फिर 2107 में वहीं पहुंच गए।
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कभी लालू को गुरु मानते थे नीतीश
बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने नीतीश कुमार के उन सियासी फैसलो को नीतीश जिम्नास्टिक नाम दिया है।नीतीश कुमार और लालू यादव कॉलेज वे दिनों के मित्र थे दोनों की मुलाकात विश्वविद्यालय में हुई थी। एक समय में दोनों एक साथ जनता पार्टी में थे तब नीतीश कुमार लालू यादव को अपना गुरु मानते थे।सुब्रमण्यम स्वामी मे नीतीश की सियासी कसरत की सचित्र कहानी बताने की शुरूआत 1994 से की है जब वो लालू यादव का साथ छोड़कर जार्ज फर्नांडीस के साथ चले गए और समता पार्टी में शामिल हो गए। जिसके बाद लालू प्रसाद यादव ने 1997 में राष्ट्रीय जनता दल का गठन किया।
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नीतीश को मिला बीजेपी का साथ
जिसके बाद 1996 में नीतीश कुमार को बीजेपी का साथ मिला। समता पार्टी और बीजेपी का गठबंधन हुआ जो अगले 17 सालों तक चला। समता पार्टी अपने सफर के दौरान साल 2003 में जनता दल यूनाटेड (JDU) बन गई लेकिन बीजेपी से गठबंधन जारी रहा। दोनों पार्टी ने 2005 से 2013 तक सूबे में गठबंधन सरकार चलाई, जिसका नेतृत्व नीतीश कुमार के जिम्मे रहा और सुशील मोदी उप मुख्यमंत्री रहे।
2013 में बीजेपी से नाता तोड़ा
बीजेपी-जेडीयू गठबंधन में सबकुछ ठीक ही चल रहा था कि जून 2013 में नीतीश कुमार ने बीजेपी का साथ छोड़ दिया उस वक्त गुजरात के सीएम नरेंद्र मोदी के बीजेपी द्वारा पीएम कैंडिडेट बनाने के विरोध में उन्होंने बीजेपी ने नाता तोड़ लिया।फिर 2014 में लोकसभा चुनाव में अपनी पार्टी की करारी हार के बाद नैतिकता का हवाला देकर नीतीश ने सीएम पद से इस्तीफा दे दिया और जीतनराम मांझी को सीएम की गद्दी सौंप दी ।हालांकि थोड़े समय बाद ही उनके मांझी से मतभेद होने लगे। नीतीश मांझी को सीएम की कुर्सी से हटाने में कामयाब रहे और वह फिर से सीएम बन गए।
लालू-नीतीश साथ आ गए
2015 में पिछले 18 सालों तक एक-दूसरे के खिलाफ राजनीति करने वाले लालू-नीतीश ने सांप्रदायिक ताकतों के हराने के नाम पर गठजोड़ का एलान किया। विधानसभा चुनाव हुए और महागठबंधन को भारी जीत मिली।नीतीश कुमनार सीएम और लालू के बेटे तेजस्वी यादव डिप्टी सीएम बने।
एक बार फिर से साथ हैं बीजेपी-नीतीश
जुलाई 2017 में नीतीश ने बड़ा फैसला किया। बिहार में भ्रष्टाचार के एक मामले में फंसे उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव को लेकर हुए विवाद के बीच 26 जुलाई 2017 को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। इसके साथ ही महागठबंधन की 20 महीने पुरानी सरकार गिर गई।देर रात में ही नीतीश कुमार ने बीजेपी विधायकों के साथ राज्यपाल से मुलाकात की और गुरूवार सुबह उन्होंने छठी बार सीएम पद की शपथ ले ली और शुक्रवार को विधानसभा में बहुमत के टेस्ट में पास हो गए। एक बार फिर से बीजेपी और नीतीश कुमार साथ-साथ हैं।