24 आतंकियों का पता बताओगे तो ईनाम में मिलेंगे 65 लाख
नई दिल्ली। मणिपुर के चंदेल जिले में चार जून को सेना के काफिले पर हुए हमले ने हर किसी को चौंका दिया था। अब इन्हीं हमलों से जुड़े 24 आतंकियों का पता अगर आप एनआईए को देंगे तो आपको 65 लाख रुपए तक का इनाम मिल सकता है।
इस हमले में सेना के 18 जवानों की मौत हो गई थी। एनआईए ने दरअसल 65 लाख रुपए की रकम आतंकियों की तलाश के बाद पुरस्कार के लिए रखी है।
इन आतंकियों का हाथ लगाना काफी अहम है क्योंकि उनके गिरफ्तार होने के बाद ही नॉर्थ ईस्ट के राज्यों में उनकी गतिविधयों पर लगाम लग सकेगी। इन आतंकी संगठनों का कमजोर होना अहम है।
राष्ट्रीय जांच एजेंसी, एनआईए ने नॉर्थ ईस्ट राज्यों में मौजूद 24 आतंवादियों का पता लगाया है। यह आतंकवादी नेशनल सोशलिस्ट काउंसिल ऑफ नागालैंड (खापलांग), कनग्लेई यावाले कान्ना लुप (केवाईकेएल), केंग्लेईपाक कम्यूनिस्ट पार्टी (केसीपी) और कामजापुर लिब्रेशन ऑर्गनाइजेशन (केएलओ) जैसे संगठनों से ताल्लुक रखते हैं। एनआईए आतंकियों पर करीब 65 लाख रुपए खर्च करने को तैयार है।
एनआईए ने इन 24 आतंकियों का पता बताने वाले लोगों को पुरस्कार देने का ऐलान किया है। एनआईए ने दो से सात लाख रुपए का ईनाम वांटेड आतंकियों पर रखा है। इस लिस्ट में आतंकी संगठन के वरिष्ठ नाम भी शामिल हैं।
केसीपी और केवाईकेएल के सीनियर मेंबर्स के बारे में जानकारी देने वाले को भी पुरस्कृत किया जाएगा। इन सभी आतंकियों के भारत-म्यांमार बॉर्डर पर छिपे होने की संभावना है।
एनआईए का कहना है कि इनमें से ज्यादातर आतंकी भारत और म्यांमार बॉर्डर से ही अपनी गतिविधियां संचालित कर रहे हैं। म्यांमार में छिपने से पहले उन्होंने भारत में कई हमलों को अंजाम देने की साजिश रची है।
एनआईए का कहना है कि म्यांमार में एनएससीएस (के) का नेता एसएस खापलांग के म्यांमार में ही होने के बारे में उन्हें जानकारी मिली है।
भारत की सरकार खापलांग के प्रत्यपर्ण के लिए म्यांमार के साथ काम कर रही है। वहीं खापलांग ने भारत सरकार के साथ बातचीत करने से साफ इंकार कर दिया था। शांति वार्ता के लिए संगठनों का आगे आना काफी जरूरी है।