NGT ने दिल्ली में निर्माण कार्यों पर लगाई 7 दिन की रोक
एनजीटी ने कहा कि दिवाली और फसलों को जलाया जाना बढ़ते प्रदूषण के लिए सबसे अधिक जिम्मेदार हैं, इसके लिए आपने क्या किया?
नई दिल्ली। प्रदूषण के मुद्दे पर नेशनल ग्रीन ट्रिब्युनल (एनजीटी) लगातार सख्त होती जा रही है। एनजीटी ने दिल्ली सरकार को फटकार लगाते हुए पूछा है कि स्मॉग और बढ़ते प्रदूषण को रोकने के लिए आपने क्या अहम कदम उठाए हैं? एनजीटी ने यह भी कहा है कि दिल्ली सरकार ने 5 दिन में प्रदूषण को लेकर कुछ नहीं किया।
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एनजीटी ने कहा कि दिवाली और फसलों को जलाया जाना बढ़ते प्रदूषण के लिए सबसे अधिक जिम्मेदार हैं। क्या आपने अगस्त और सितंबर में इस प्रदूषण से निपटने की तैयारी के लिए कोई बैठक की है? एनजीटी ने बढ़ते प्रदूषण पर कड़ा रुख अपनाते हुए दिल्ली-एनसीआर में होने वाले सभी निर्माण कार्यों पर अगले सात दिनों के लिए रोक लगा दी है।
NGT slams Delhi Govt over smog and Pollution issue; asks what major step you have taken to curb the pollution.
— ANI (@ANI_news) November 8, 2016
Diwali &crop burning are known factors, did you hold any meeting in Aug & Sept to prepare the state to tackle pollution?: NGT to Delhi Govt
— ANI (@ANI_news) November 8, 2016
#FLASH NGT ban any kind of construction in Delhi/ NCR for next 7 days
— ANI (@ANI_news) November 8, 2016
एनजीटी ने दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, यूपी और राजस्थान को कहा है कि अगले 7 दिनों तक कोई एग्रिकल्चरल वेस्ट या कूड़ा न जलाया जाए। ना ही स्टोन क्रशर का इस्तेमाल हो।
No stone crushers will be used and no garbage-burning for next 7 days: NGT to all the 5 states
— ANI (@ANI_news) November 8, 2016
NGT advised all the 5 states to not burn their waste crops and find a solution as soon as possible
— ANI (@ANI_news) November 8, 2016
एनजीटी ने दिल्ली सरकार से पूछा कि क्या आपके पास इस बात का कोई डेटा है, जिससे ये दिखे कि स्मॉग में कमी आई है? आप पानी का छिड़काव क्रेन से क्यों कर रहे हैं? हेलिकॉप्टर का इस्तेमाल क्यों नहीं करते?
You have any data that shows reduction of smog? Why are you sprinkling water through cranes and not helicopters?: NGT to Delhi Govt
— ANI (@ANI_news) November 8, 2016
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दिल्ली सरकार को तो एनजीटी ने फटकार लगाई ही है, साथ ही पंजाब सरकार को भी डांटा है। एनजीटी ने पंजाब सरकार से पूछा है कि आपने फसलों को जलाने को लेकर क्या अहम कदम उठाए हैं?
यह भी पूछा गया है कि आपने किसानों को एग्रिकल्चरल वेस्ट के निपटारे के लिए कितनी मशीनें मुहैया कराई हैं? एनजीटी से सख्ती दिखाते हुए पंजाब सरकार से कहा कि अगर आपने किसानों को 1000 रुपए भी दिए होते तो वह एग्रिकल्चरल वेस्ट को इस तरह से न जलाते।
What major steps have you taken to reduce crop-burning?: NGT to Punjab government
— ANI (@ANI_news) November 8, 2016
How many machines have you provided to the farmers for agriculture waste disposals?: NGT to Punjab Government
— ANI (@ANI_news) November 8, 2016
If you had provided even Rs 1000 to the farmers, they would not have burnt the agriculture wastage like this: NGT to Punjab Government
— ANI (@ANI_news) November 8, 2016
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एनजीटी ने हरियाणा सरकार को भी नहीं छोड़ा है। हरियाणा सरकार को फटकारते हुए एनजीटी ने कहा कि आपने स्मॉग और प्रदूषण की समस्या से निपटने के लिए कुछ भी नहीं किया है।
You have done nothing to control the situation of smog and pollution: NGT to Haryana Government
— ANI (@ANI_news) November 8, 2016
एनजीटी ने कहा कि यहां पर मौजूद अधिकारी जमीनी हकीकत बयां नहीं कर रहे हैं। दिल्ली-चंडीगढ़ मार्ग पर हम सभी को ऐसे कंस्ट्रक्शन वर्क होते दिख रहे हैं तो एनजीटी के दिशा-निर्देशों का पालन नहीं कर रहे हैं।
एनजीटी ने प्रदूषण और स्मॉग के खतरनाक स्तर पर सख्त रुख अपनाते हुए कहा कि मास्क की भी एक हद होती है। एक निर्धारित सीमा से अधिक प्रदूषण होने पर मास्क भी खतरनाक साबित हो सकता है।
Officers present here aren't revealing ground reality;All we see is construction work on Delhi-Chandigarh route that violates guidelines-NGT
— ANI (@ANI_news) November 8, 2016
NGT on #DelhiSmog matter: "Even a mask has a limit. Beyond a degree of pollution, masks may be detrimental"
— ANI (@ANI_news) November 8, 2016
एनजीटी ने कहा है कि दिल्ली का प्रदूषण जिंदगी और मौत से जुड़ा मामला है। आपने बच्चों को उनके घरों के अंदर कैद होने पर मजबूर कर दिया है।
NGT on #DelhiSmog matter: "This is a matter of life and death. You have forced the children to confine themselves to their houses"
— ANI (@ANI_news) November 8, 2016