हो गया फाइनल, ये होगा राष्ट्रपति के चुनाव में विपक्ष का चेहरा
विपक्ष ने इस उम्मीदवार के नाम को देश के अगले राष्ट्रपति पद के लिए किया आगे, रह चुके हैं राज्यपाल
नई दिल्ली। राष्ट्रपति चुनाव के लिए आखिरकार विपक्ष के उम्मीदवार का नाम भी सामने आ गया है। लंबे समय से शरद पवार के नाम को लेकर हो रही चर्चा के बीच विपक्ष ने गोपाल कृष्ण गांधी के नाम पर अपनी मुहर लगा दी है। एनसीपी मुखिया शरद पवार औ जदयू नेता शरद यादव के साथ मुलाकात के बाद विपक्ष ने गोपाल कृष्ण गांधी को अपने उम्मीदवार के तौर पर आगे किया है।
येचुरी ने किया था गोपाल कृष्ण के नाम को आगे
सीपीआईएम के राष्ट्रीय महासचिव सीताराम येचुरी ने गोपाल कृष्ण गांधी के नाम को आगे किया था, हालांकि उनका मानना था कि पहले सत्ता दल को अपने उम्मीदवार की घोषणा करनी चाहिए ताकि हम एक उम्मीदवार के नाम पर आम सहमति बना सके। येचुरी ने कहा कि हमने गोपाल कृष्ण गांधी के नाम को आम सहमति बना ली है, हालांकि कुछ लोगों ने प्रणव मुखर्जी को दूसरा कार्यकाल दिए जाने की बात कही थी, लेकिन इसके लिए आम सहमति जरूरी थी। आपको बता दें कि वनइंडिया ने पहले भी इस खबर को लोगों के सामने रखा था कि भाजपा की उम्मीदवार द्रौपदी मुरमू के सामने गोपाल कृष्ण गांधी उम्मीदवार हो सकते हैं।
कौन हैं गोपाल कृष्ण गांधी
गोपाल कृष्ण गांधी महात्मा गांधी के पड़पोते हैं, वह पहले 2004-09 तक पश्चिम बंगाल के राज्यपाल भी रह चुके हैं। आपको बता दें कि नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद गोपाल कृष्ण गांधी ने पीएम के नाम एक खुला पत्र लिखा था। गांधी का जन्म 22 अप्रैल 1946 को हुआ था, वह आईएएस थे और उन्होंने प्रशासनिक के तौर पर अपनी सेवाएं दी हैं। गांधी राष्ट्रपति के सचिव भी रह चुके हैं और श्रीलंका, दक्षिण अफ्रीका में भारत के हाई कमिश्नर ह चुके हैं।
किन नामों पर हुई चर्चा
हालांकि गांधी के नाम पर अब आधिकारिक मुहर लग गई है, लेकिन उनके नाम से पहले भी कई नामों पर विपक्ष ने विचार किया, जिसमें एनसीपी मुखिया शरद पवार और शरद यादव का भी नाम था। लेकिन शरद पवार ने खुद को इस दावेदारी से पीछे कर लिया था। उन्होंने कहा था कि वह सिर्फ तभी इसके लिए राजी होंगे जब एनडीए और यूपीए दोनों उन्हें अपना समर्थन करे।
इसी महीने होगा आधिकारिक ऐलान
विपक्ष के नेताओं ने राष्ट्रपति के उम्मीदवार का नाम फाइनल करने से पहले कई दौर की बैठक की। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने तमाम नेताओं के साथ बैठक की। सूत्रों की मानें तो मई माह के अंत में राष्ट्रपति के उम्मीदवार को लेकर विपक्ष अपना फैसला लेगा।