नेताजी के ड्राइवर का खुलासा, बोस परिवार की हुई थी जासूसी
नई दिल्ली। नेताजी सुभाष चंद्र बोस के परिवार की जासूसी की गुत्थी अब एक-एक करके खुलती जा रही है। नेताजी सुभाष चंद्र बोस के परिवार की जासूसी के मामले में एक बड़ा खुलासा हुआ है। बोस के ड्राइवर निजामुद्दीन ने खुद की इस बात का खुलासा किया है कि नेताजी के परिवार की जासूसी की गयी थी।
आजमगढ़ के मुबारकपुर इलाके में रहने वाले निजामुद्दीन ने इस बात की पुष्टि की है कि जब वह नेताजी के ड्राइवर थे तो वह नेताजी की ल्यूकन जापान नाम की 12 सिलेंडर वाली कार चलाते थे। यही नहीं रंगून सहित कई देशों की लड़ाई में उन्होंने नेताजी की रणनीतिक तौर पर मदद भी की थी।
115 वर्ष के निजामुद्दीन का दावा है कि वह अंतिम समय में भाग कर रंगून में छिपे और फौज के सारे अभिलेख और रिकॉर्ड जला दिए गए। निजामुद्दीन का कहना हैकि उस वक्त फौजियों को खोज-खोजकर मारा जा रहा था। यही नहीं नेताजी से जुड़े कई दस्तावेजों को जला दिया गया था। निजामुद्दीन के पास नेताजी से जुड़े कई दस्तावेज मौजूद हैं।
वहीं नेताजी के गनर जगराम ने एक और सनसनीखेज खुलासा करते हुए कहा कि नेता जी की मौत विमान दुर्घटना में नहीं हुई थी, बल्कि नेताजी की हत्या की गयी थी।
गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने बोस की खुफिया फाइलों को सार्वजनिक करने के लिए एक उच्च स्तरीय कमेटी का गठन किया है। इस कमेटी में आईबी, पीएमओ और गृहमंत्रालय के अधिकारी शामिल हैं।