रूड़की विस्फोट का सच सामने लाएगी नेशनल इनवेस्टिगेशन एजेंसी
नई दिल्ली(विवेक शुक्ला) आतंकी मामलों की जांच करने में माहिर नेशनल इनवेस्टिगेशन एजेंसी (एनआइए) को गृह मंत्रालय ने रूड़की धमाके की जांच की जिम्मेदारी सौपी है। धमाके 6 दिसंबर,2014 को हुए डीएवी कॉलेज से कुछ कदम की दूरी पर।
एनआइए ने ही बोधगया धमाकों की गुत्थी सुलझाने थी। संकेत हैं कि रूड़की धमाकों के पीछे सिमी के आतंकियों का हाथ था। बता दें कि धमाके में एक आठ साल के बच्चे की मौत हो गई। डीएवी कॉलेज में बाबरी विध्वंस के 22 साल पूरे होने के मौके पर विश्व हिंदू परिषद की ओर से 'शौर्य दिवस' का आयोजन किया गया था। इसमें यूपी के एक बीजेपी विधायक भी शामिल हुए थे। हालांकि, धमाके में वीएचपी के किसी सदस्य को कोई नुकसान नहीं हुआ।
जांच सौंपी
सूत्रों ने बताया कि धमाके को लेकर कोई पुख्ता जानकारी न मिलने के बाद सरकार ने एनआइए को इसकी जांच का काम सौपा। कहने वाले कहते हैं कि करीब केआर्मी कैंट से कोई डिफ्यूज्ड बम मौका ए वारदात पर किसी तरह आ गया, जिसमें धमाका हो गया। एक रिपोर्ट में कहा गया कि यह बम बच्चे के बस्ते में था।
एनआइए की टोली
सूत्रों ने बताया कि एनआइए की टोली जल्दी ही रूड़की आकर सारे मामले को सुलझाने की चेष्टा करेगी।