जेटली ने बताया, कैसे आसानी से वसूला जाए फंसा हुआ कर्ज
मुंबई। आज यानी शनिवार को मुंबई में इंसॉल्वेंसी और बैंकरप्सी को लेकर एक नेशनल कॉन्फ्रेंस हो रही है। इस कॉन्फ्रेंस को 'National Conference on Insolvency & Bankruptcy: Changing Paradigm' का नाम दिया गया है। आइए जानते हैं इस कॉन्फ्रेंस में क्या-क्या बातें हुईं।
उर्जित
पटेल
ने
कही
खास
बातें
पिछले
कुछ
महीनों
में
भारत
सरकार
और
भारतीय
रिजर्व
बैंक
द्वारा
कई
अहम
कदम
उठाए
गए।
वह
बोले
कि
सरकार
का
उद्देश्य
था
कि
समय
से
उन
असेट्स
की
स्थिति
को
सही
किया
जा
सके।
हाल
ही
में
उठाए
गए
कदम
मुख्य
रूप
से
2
चीजों
पर
फोकस
थे।
पहला
यह
था
कि
किसी
भी
समाधान
को
निकालने
में
समय
सीमा
निश्चित
नहीं
थी
और
दूसरा
यह
कि
बैंकों
और
ज्वाइंट
लेंडर्स
के
बीच
को-ऑर्डिनेशन
की
कमी
थी।
जेटली
ने
भी
कही
अपनी
बात
अगर
आप
कर्ज
की
रिकवरी
करने
वाले
ट्रिब्युनल
की
बात
करें
तो
उन्हें
कोर्ट
की
एक
लंबी
प्रक्रिया
से
गुजरना
पड़ता
है।
इस
जटिल
प्रक्रिया
ट्रिब्युनल
को
मुक्त
किया
जाना
चाहिए।
यूं
तो
डेट
रिकवरी
ट्रिब्युनल
काफी
तेज
काम
करता
है,
लेकिन
उतना
इफेक्टिव
नहीं
है,
जितना
इफेक्टिव
होने
की
परिकल्पना
की
गई
थी।