खराब मानसून,फिर भी अनाज का रिकार्ड उत्पादन तय
नई
दिल्ली(विवेक
शुक्ला)
देश
के
बहुत
से
इलाकों
में
कमजोर
मानसून
रहने
के
बावजूद
फसली
साल
2013-14
में
अनाज
का
अब
तक
का
सबसे
शानदार
उत्पादन
के
आसार
बन
गए
हैं।
कृषि मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार,इस अवधि में 26 करोड़ 47 लाख 70 हजार टन अनाज उत्पादन होने की उम्मीद हैं। महत्वपूर्ण है कि फसली साल 2012-13 में 25 करोड़ 71 लाख 30 हजार टन अनाज हुआ था।
कृषि भवन से जुड़े एक अधिकारी ने बताया कि फसली साल में चावल का उत्पादन करीब 11 करोड़ टन के आसपास हो सकता है।
उन्होंने यह भी कहा कि खेती के आधुनिक तरीके अपनाने के चलते कृषि उत्पादन में तगड़ा इजाफा संभव है। वे इस सफलता का श्रेय किसानों की मेहनत,सरकारी नीतियों और कृषि क्षेत्र में हो रहे सतत अनुसंधान को देते हैं।
जानकारों के अनमुसार,गेहूं का उत्पादन नौ करोड़ 60 लाख टन होगा और मोटे अनाजों का उत्पादन चार करोड़ 30 लाख टन रहेगा। इसके साथ ही दालों की पैदावार एक करोड़ 92 लाख 70 हजार टन होगी।
तिलहनों का उत्पादन तीन करोड़ 27 लाख टन के आसपास रहेगा और गन्ना 35 करोड़ टन होगा। यानी की देश में अनाज की कोई कमी नहीं