सरदार सरोवर बांध के विस्थापितों से मिलने जा रही मेधा पाटकर धार में गिरफ्तार
भोपाल। नर्मदा बचाओ आंदोलन की नेता मेधा पाटकर को बुधवार देर रात धार जिले में गिरफ्तार कर लिया गया। मेधा पाटकर जब सरदार सरोवर बांध के विस्थापितों से मिलने जा रही थी, उस वक्त पुलिस ने धार जिले के पिथमपुरा में उन्हें पहले रोका और फिर गिरफ्तार कर जेल ले गए।
धार जिले के एडिशनल एसपी ने बताया, 'हमने मेधा पाटकर को गिरफ्तार कर लिया है क्योंकि धार में सेक्शन 144 लागू होने की वजह से वहां जाना संभव नहीं है'। मेधा पाटकर जब विस्थापितों से मिलने के लिए जा रही थी, वक्त पुलिस ने उन्हें सूचना दे दी थी कि आप धार से आगे नहीं जा सकती लेकिन वे नहीं मानी और फिर पुलिस ने उन्हें इंदौर-धार की बॉर्डर पर गिरफ्तार कर उन्हें जेल ले जाया गया। पुलिस ने कहा है कि वे उन्हें तभी छोड़ेंगे, जब वे धारा 144 के उल्लंघन ना करने के लिए मान जाएगी।
गौरतलब है कि मेधा और 11 अन्य आंदोलनकारियों को प्रशासन ने 7 अगस्त को धार जिले के चिखल्दा गांव के आंदोलन स्थल से जबरन उठाकर इंदौर, बड़वानी और धार के अस्पतालों में भर्ती करा दिया था। अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद भी मेधा पाटकर ने अपने अनशन को जारी रखा है।
आपको बता दें कि 62 वर्षीय मेधा पाटकर सरदार सरोवर बांध से विस्थापित हुए लोगों के लिए पुनर्वास की मांग कर रही है और इसके लिए वे पिछले 14 दिनों से अनशन पर बैठी हुई है। नर्मदा नदी पर बने इस बांध से बरवानी, धार, अलिराजपुर और खारगोने जिलों के हजारों परिवार को विस्थापित होना पड़ा है। मेधा पाटकर की मांग है कि विस्थापितों के उचित पुनर्वास के इंतजाम पूरे होने तक उन्हें अपनी मूल बसाहटों में ही रहने दिया जाये और बाँध के जलस्तर को नहीं बढ़ाया जाये।