मोदी कैबिनेट में होगा बदलाव, किसे मिलेगी जगह, किसका कटेगा पत्ता?
Narendra Modi government is all set for the third cabinet reshuffle. Cabinet reshuffle is likely to take place in coming time.
नई दिल्ली। 2019 को होने वाले लोकसभा चुनाव को देखते हुए माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने कैबिनेट में बड़ा बदलाव करने की तैयारी में हैं। भारतीय जनता पार्टी की शीर्ष नेता का कहना है कि किसे सुर्खियों में आना पसंद नहीं है और उसकी पहचान लोगों में हो। हालांकि उन्होंने यह नहीं बताया कि कैबिनेट में बदलाव कब होगा, लेकिन उन्होंने इस बात की ओर साफ इशारा किया है कि कैबिनेट में बदलाव होगा, इसकी प्रक्रिया को शुरु कर दिया गया है औऱ इसके लिए संभावित नामों पर चर्चा शुरु हो गई है।
कई मंत्रियों को पार्टी के कामों में लगाया जा सकता है
मोदी सरकार में अगर यह कैबिनेट फेरबदल होता है तो यह तीसरा फेरबदल होगा। आगामी लोकसभा चुनाव में अब दो वर्ष से भी कम का समय बचा है, ऐसे में कैबिनेट में बदलाव करके मोदी सरकार इस बात को लेकर आश्वस्त होना चाहती है कि सरकार की योजनाओं को जमीन पर तेजी से लागू कराया जा सके। इसके साथ कई मौजूदा मंत्रियों को पार्टी के काम में लगाया जा सकता है, क्योंकि पार्टी 2019 की तैयारी में कोई कमी नहीं छोड़ना चाहती है।
कुछ मंत्रालयों में बदलाव तय
नए कैबिनेट में जो बड़े बदलाव किए जाएंगे उनमें से कुछ मंत्रालय काफी अहम हैं और जिसमें बदलाव होना तकरीबन तय है। केंद्रीय पर्यावरण मंत्री अनिल माधव दवे के देहांत और रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर के गोवा जाने के बाद दोनों ही विभाग को नया मंत्री मिलेगा। भाजपा के एक शीर्ष नेता का कहना है कि इस बात में कोई संदेह नहीं है कि कैबिनेट में बदलाव होना है, लेकिन इस बात पर अंतिम फैसला प्रधानमंत्री मोदी ही लेंगे कि यह कब होगा। इस बात की भी संभावना है कि कुछ मौजूदा मंत्रियों को उनके पद से मुक्त किया जा सकता है और उन्हें पार्टी के काम में लगाया जा सकता है इन लोगों को कुछ प्रदेश का प्रभारी बनाया जा सकता है जहां चुनाव होना है, क्योंकि पार्टी आने वाले समय में अपना विस्तार करना चाहती है।
दो बार हो चुका है कैबिनेट में बदलाव
आपको बता दें कि मोदी सरकार ने पहली बार अपने कैबिनेट का गठन नवंबर 2014 को किया था, जब 21 नए लोगों को कैबिनेट में जगह दी गई थी, जिसमें वित्त मंत्री पर्रिकर, स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा, रेल मंत्री सुरेश प्रभु शामिल थे। इसके बाद जो दूसरा कैबिनेट विस्तार हुआ था वह पिछले वर्ष जुलाई माह में हआ था, इस कैबिनेट विस्तार में प्रकाश जावडेकर को शिक्षा मंत्रालय दिया गया था, जबकि स्मृति इरानी को शिक्षा मंत्रालय से टेक्सटाइल मिनिस्टर बनाया गया था।
2019 पर पार्टी की नजर
भाजपा के नेता का कहना है कि आने वाले दिनों में बड़ा कैबिनेट बदलाव होने जा रहा है, पार्टी कुछ पूर्व महासचिवों को मंत्रालय में जगह दे सकती है जिन्होंने 2014 के लोकसभा चुनाव में पार्टी की जीत में अहम भूमिका निभाई थी। इसके अलावा भारतीय जनता पार्टी कैबिनेट विस्तार के जरिए वोट बैंक को मजबूत करने की भी कोशिश करेगी। लोकसभा चुनाव 2019 से पहले ही पार्टी 164 लोकसभा सीटों का चयन कर लिया है जहां पार्टी को यह लगता है कि उसे सुधार करने की जरूरत है। इनमें से जिन सीटों पर पार्टी नजर रख रही है वह मुख्य रूप से पश्चिम बंगाल की 42 सीटें, ओडिशा की 21 सीटें, तमिल नाडु की 39 सीटें और तेलंगाना की 17 सीटें हैं। हाल ही में अमित शाह ने केरल का तीन दिवसीय दौरा किया है जहां कुल 20 लोकसभा की सीटें हैं।