अब पता चला, मोदी ने तय समय से 9 दिन पहले क्यों की नोटबंदी
केन्द्र सरकार की योजना 8 नवंबर को नोट बंद करने की नहीं, लेकिन स्थितियां ऐसी हो गईं कि ऐसा कठिन फैसला करना पड़ा।
नई दिल्ली। 8 नवंबर की शाम जब पीएम मोदी ने आधी रात के बाद से 500 और 1000 रुपए के नोटों को अमान्य किए जाने की घोषणा की तो पूरा देश सन्न रह गया। तुरंत बाद ही हर ओर अफरा-तफरी मच गई ताकि आधी रात से पहले ही अपने पास मौजूद 500 और 1000 रुपए के नोटों को खर्च किया जा सके।
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दरअसल, केन्द्र सरकार की योजना 8 नवंबर को नोट बंद करने की नहीं, लेकिन स्थितियां ऐसी हो गईं कि ऐसा कठिन फैसला करना पड़ा। सरकार 17 नवंबर से नोट बंद करना चाहती थी, लेकिन उससे पहले ही गुप्त तरीके से छापे जाने का दावा किए जाने वाला 2000 का नोट सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।
ऐसे में मोदी सरकार इस बात से चिंतित हो उठी कि कहीं कालाधन रखने वाले लोग इससे सतर्क होकर अपने पास रखे पैसों को ठिकाने न लगा दें। इसी वजह से उन्होंने 8 नवंबर की रात को ही देश के नाम संदेश देते हुए यह कठिन कदम उठाने का फैसला किया। भारतीय रिजर्व बैंक की तरफ से बैंकों को जारी पत्र भी इसी ओर इशारा करता है।
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ऑपरेशन क्लीन नोट पॉलिसी
बैंकों को जारी पत्र के अनुसार सभी बैंकों को यह निर्देश दिया गया था कि वह बैंकों के एटीएम में 100 रुपए के नोटों के कैसेट बढ़ाएं, जिसके लिए सरकार ने 5 मई और 2 नवंबर को पत्र जारी किए थे। सरकार इसके जरिए करीब 20 हजार एटीएम मशीनों में 100 के नोटों की पर्याप्त व्यवस्था करना चाहती थी।
इस पत्र को चीफ जनरल मैनेजरर पी विजयकुमार ने जारी किया था और भारतीय रिजर्व बैंक की इस पूरी प्रक्रिया को ऑपरेशन क्लीन नोट पॉलिसी का नाम दिया था। बैंकों को आदेश था कि वह 100 के नोट एटीएम मशीनों में डालने की प्रक्रिया को 20 नवंबर तक पूरा कर लें।
अगर 2000 का नोट लीक होकर सोशल मीडिया तक न पहुंचता और पुराने नोट बंद करने का ऐलान 17 नवंबर को ही होता, तो स्थिति अभी जैसी खराब नहीं होती। लेकिन 2000 के नोट के सोशल मीडिया पर वायरल होने की वजह से 500 और 1000 के नोट तुरंत बंद किए गए।
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9 नवंबर से बंद हैं नोट
आपको बता दें कि सरकार ने 500 और 1000 रुपए के नोटों को 9 नवंबर से बंद कर दिया है और इनके बदले 500 और 2000 रुपए के नए नोट जारी किए हैं। साथ ही अस्पताल, रेलवे स्टेशन, बस स्टेशन, दूध बूथ, पेट्रोल पंप जैसी जगहों पर 24 नवंबर तक पुराने नोट चलाए जाने की छूट दी है।
देश के बहुत सारे एटीएम नए नोटों के हिसाब से काम नहीं कर पा रहे हैं, जिसकी वह से अधिकतर एटीएम बंद रहते हैं और जो खुलते हैं उनके सामने लंबी लाइनें लगती हैं। बैंकों के सामने भी लंबी कतारें लग रही हैं। सरकार ने अपने पुराने नोट प्रतिदिन 2000 रुपए के हिसाब से बदलने के लिए 30 दिसंबर तक का समय दिया है।