MY VOICE: अशोक खेमका का तबादला कर्तव्यनिष्ठा पर जोरदार चोट
लखनऊ। सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा के खिलाफ मोर्चा खोलने वाले और महज 22 साल में 46 ट्रांसफर झेलने वाले ईमानदार और जांबाज आईएएस अफसर अशोक खेमका का एक बार ट्रांसफर कर दिया गया है। यह उनका 46वां ट्रांसफर है। खेमका का तबादला हरियाणा के बीजेपी की मनोहर लाल खट्टर सरकार ने किया है। उन्हें परिवहन विभाग के आयुक्त एवं सचिव पद से हटाकर पुरातत्व एवं संग्रहालय विभाग का सचिव और महानिदेशक नियुक्त किया गया है।
खेमका इस विभाग को सजा मानते रहे हैं। आइएएस अशोक खेमका के तबादले से एक बार फिर चर्चाएं तेज हो गई हैं और एक समय में उनके समर्थन में खुलकर सामने आने वाली भारतीय जनता पार्टी अब बुरी तरह से घिर गई है। इस पूरे मामले में आईएएस अफसर अमिताभ ठाकुर का कहना है कि 'खेमका सिर्फ एक आईएएस अफसर नहीं रह गये हैं, अब वह कर्तव्यनिष्ठा के प्रतिक बन चुके हैं।' श्री ठाकुर का कहना है कि खेमका का बार-बार तबादला कर्तव्यनिष्ठा पर भारी पड़ेगा।
यह बात अमिताभ ठाकुर ने वनइंडिया के My Voice कॉलम के लिये कही। अमिताभ ने कहा कि 28 जनवरी 2014 को आईएएस कैडर नियमों में हुए संशोधन के मुताबिक आईएएस की सेवा एक स्थान पर न्यूनतम 2 साल होती है। किसी विशेष हालात में उनका तबादला किया जा सकता है। अमिताभ का कहना है कि आईएएस खेमका पर भी सुप्रीम कोर्ट और आईएएस कैडर नियमों का पूरा पालन किया जाए। आपको बताते चलें कि आईपीएस अमिताभ ठाकुर का भी 18 सालों में 22 बार तबादला किया जा चुका है। अमिताभ ठाकुर यूपी कॉडर के ईमानदार और बहादुर आईपीएस अफसरों में गिने जाते हैं।
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