जानिए कैसे आपके हाथों में अब होगी रेलवे की लगाम
नयी दिल्ली। रेलवे हमेशा ने अपनी खराब रख-रखाव और गंदगी की वजह से जाना जाता है। रेलवे की इन्हीं सुविधाओं की कमी को लेकर हमेशा से रेल यात्री परेशान रहे हैं। ऐसे में केंद्र सरकार ने रेलवे यात्री सुविधाओं में सुधार करने के मकसद से रेल अफसरों और ठेकेदारों की लगाम सीधे मुसाफिरों के हाथ में देने का फैसला किया है।
यानी अब आपकी सलाह पर रेल अफसरों और ठेकेदारों पर लगाम कसेगी। ट्रेनों-स्टेशनों की सफाई, शौचालय, बेडरोल, खानपान, ट्रेनों का समय पालन, कोच में कूलिंग आदि सुविधाओं के लिए अब यात्री अपना नंबर देंगे। उनके नंबर से ही उसकी गुणवत्ता तय की जाएगी। तस्वीरों में जाने कैसे रेलवे अब अपनी कमान यात्रियों के हाथों में सौंपने वाली है।
नई सुविधा
केंद्र सरकार ने रेलवे यात्री सुविधाओं में सुधार करने के मकसद से रेल अफसरों और ठेकेदारों की लगाम सीधे मुसाफिरों के हाथ में देने का फैसला किया है।
नंबर देंगे यात्री
अब रेलवे यात्री नंबर देकर तय करेंगे कि कौन सी सुविधा कितनी बेहतर है। घटिया सुविधा मिलने पर यात्री जीरो नंबर दे सकेंगे। नबंर के आधार पर ही रेलवे प्रशासन सुधार करने के साथ ही संबंधित अधिकारी-ठेकेदार पर कार्रवाई करेगा।
कैसे होगी शिकायत
रेलवे ये नई योजना जुलाई से शुरू करने वाला है। इस योजना की जिम्मेदारी आईआरसीटीसी के कंधों पर होगी।
कैसे काम करेगी योजना
इस योजना के तहत आईआरसीटीसीक की रेल पूछताछ सेवा 139 से अचानक किसी भी यात्री को फोन कर उसने 6 सवाल किए जाएंगे। सेवा की गुणवत्ता से संबंधित सवाल पूछे जाएंगे।
कैसे काम करेगी योजना
आपके पास दो विक्लप होंगे। अगर आपको सेवा पसंद आई हो आप 2 दबाएं, अगर सेवा संतोषजनक है तो यात्री 1 नंबर दबा सकते हैं। घटिया व खराब सेवा के लिए यात्री शून्य दबा सकते हैं।
फीडबैक का काम शुरू
इस योजना की शुरुआत के लिए तैयारियां शुरु की जा चुकी है। आईवीआरएस के जरिए प्रतिदिन एक लाख यात्रियों से फीडबैक लिया जा रहा है।
यात्रियों से ली राय
रेलवे इस योजना के तहत प्रतिदिन एक लाख यात्रियों से संपर्क करने की योजना बना चुका है। इसके लिए कई बार 1.5 से दो लाख से अधिक कॉल किए जाते हैं।
सर्वे शुरू किया
रेलवे यह सेवा आगामी 17 अगस्त से शुरू करने जा रही है। रेल मंत्रालय की वेबसाइट पर बिस्तर के रंग, आकार, डिजाइन आदि के बारे में अपनी राय दे सकेंगे। इसके अलावा मनपंसद बिस्तरबंद के लिए यात्रियों से कितना शुल्क लिया जाना चाहिए। इसकी राय भी मांगी गई है।
आपके हाथों में होगी कमान
रेलवे इस सुविधा के जरिए आपको फोन कर आपने सुविधाओं की बारे में जानकारी लेगा और उसी के मुताबिक अफसरों और ठेकेदारों की मार्किंग की जाएगी।