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अखबार में विज्ञापन छपवा कर समलैंगिक बेटे के लिए उचित वर ढूंढ़ रही है मां

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मुंबई। अखबार में प्रकाशित यह विज्ञापन किसी भी दूसरे वैवाहिक विज्ञापन जैसा ही था। फर्क सिर्फ यह था कि मुंबई के हरीष अय्यर ने इस विज्ञापन में पुरुषों से प्रस्ताव आमंत्रित किए थे। मुंबई के समाचार पत्र मिड-डे में 36 वर्षीय हरीष की मां पद्मा (58) द्वारा प्रकाशित कराए गए विज्ञापन पर सोशल मीडिया में जबरदस्त चर्चा छिड़ी हुई है। विज्ञापन में लिखा गया है, "एनजीओ में काम करने वाले मेरे पुत्र (उम्र 36 वर्ष, कद 5 फुट 11 ईंच) के लिए पशुप्रेमी, शकाहारी 25-40 वर्षीय वर की तलाश। जाति की बाध्यता नहीं (हालांकि अय्यर को प्राथमिकता)।" पढ़ें: हरीष के समलैंगिक जिंदगी से जुड़ी ए‍क विशेष खबर

Mumbai mother places first matrimonial ad for gay son

हरीष की मां ने कहा कि समलिंगी की मां भी अपने पुत्र के बारे में उतनी ही चिंता करती है, जितना कोई भी माता-पिता। हरीष कोई अपरिचित नाम नहीं है। वह एक चर्चित एलजीबीटी कार्यकर्ता हैं।

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वह गैर सरकारी संगठन (एनजीओ) युनाइटेड वे ऑफ मुंबई का संचालन करते हैं। वर्ल्ड प्राइड पावरलिस्ट-2013 में उन्हें 71वें स्थान पर सूचीबद्ध किया गया था। इस सूची में आने वाले वह अकेले भारतीय हैं। इस सूची में सर एल्टन जॉन, मार्टिना नवरातिलोवा, रिकि मार्टिन जैसे सुविख्यात लोग भी शामिल हैं।

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इससे पहले वह आमिर खान के शो सत्यमेव जयते में भी आ चुके हैं, जिसमें उन्होंने समलैंगिकों के अधिकार का प्रबल समर्थन किया था। इस विज्ञापन पर दुनिया भर में चर्चा शुरू हो चुकी है, लेकिन अय्यर और उनकी मां को विश्वास है कि जल्द ही रिश्ता पक्का हो जाएगा। वे धूमधाम से पारंपरिक तरीके से विवाह का आयोजन करना चाहते हैं।

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विज्ञापन प्रकाशित कराना पद्मा के लिए आसान नहीं रहा। अधिकतर प्रमुख समाचार माध्यमों ने इसे खारिज कर दिया था। इसके बाद संपादक सचिन कालबाग ने हर किसी के समान अधिकार की बिना पर इसका समर्थन किया और इसे प्रकाशित करने का फैसला किया।

Comments
English summary
Like any other Indian mother advancing into the silver years, Harrish Iyer's mother Padma too has dreams to see her son married but the taboo is that Harrish is like no other son. His mother will have to look for groom for Harrish, rather than a bride.
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