मौलाना मुलायम अब बनते साधु, बांटते पंजीरी
नई दिल्ली(विवेक शुक्ला) कुछ समय पहले तक मुलायम सिंह यादव को मौलाना मुलायम सिंह भी कई स्तरों पर कहा जाता था। उन पर मुसलमानों के तुष्टिकरण के भी आरोप लगते थे। पर अब उत्तर प्रदेश की सियासत में बदलाव हो रहा है।
वही मुलायम सिंह यादव और उनकी उत्तर प्रदेश में सरकार,जिसके मुखिया उनके पुत्र अखिलेश यादव हैं, हिन्दुओं को रिझाने की कोशिश में हैं। उन्हें लगता है कि हिन्दू वोटरों को नाराज करने से पार्टी को भविष्य में हानि हो सकती है।
श्रवण यात्रा स्कीम
उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी की सरकार ने श्रवण यात्रा स्कीम शुरू की है। ये वरिष्ठ नागरिकों के लिए शुरू की गई है। इसके तहत तीर्थ स्थलों की यात्रा करने के इच्छुक लोगों को सरकार लोन देगी। जानकारों का कहना है कि इसका स्कीम को मुलायम सिंह यादव के निर्देश पर ही चालू किया गया।
सिंधु दर्शन
सरकार सिंधु दर्शन के लिए जाने वालों को 10 हजार रुपये और मानसरोवर की यात्रा करने वालों को 50 हजार रुपये का लोन देगी।
मथुरा और वृंदावन का विकास
इसके साथ ही सरकार ने मथुरा और वृंदावन के समग्र विकास के ब्रज प्लानिंग एंड डवलपमेंट बोर्ड की भी स्थापना की। बोर्ड ने इन दोनों शहरों के चौतरफा विकास के लिए काम करेगा। कहने की जरूरत नहीं है कि ये दोनों तीर्थस्थल हिन्दुओं के बहुत खास हैं। इधर हर साल लाखों लोग आते हैं।
मुलायम सिंह अब अयोध्या में 1990 में कार सेवकों पर फायरिंग की घटना पर भी अफसोस जता रहे हैं। उन्होंने हाल ही में राम मनोहर लोहिया के जनम दिवस पर आयोजित एक कार्यक्रम में माना कि उनका कार सेवकों पर फायरिंग करने का आदेश देना गलत था।