पहले दिया तलाक अब हलाला के लिए दबाव बना रहा है भोपाल का ये दिग्गज मुस्लिम परिवार
आपको बता दें कि शाइस्ता की शादी 5 अगस्त 2010 को भोपाल के मुफ्ती ए शहर के बड़े बेटे मुहम्मद सालेह के साथ हुई थी। लेकिन कुछ ही महीनों के साथ शाइस्ता के ससुराल वालों ने दहेज की मांग शुरू कर दी
नई दिल्ली। भोपाल में एक तलाकशुदा मुस्लिम महिला ने अपने ससुर पर गंभीर आरोप लगाए हैं। महिला का कहना है कि उसके ससुर निकाह हलाला के लिए उसके ऊपर दबाव डाल रहे हैं। आरोप लगाने वाली महिला कोई और नहीं बल्कि भोपाल के मुख्य मुफ्ती यानी मुफ्ती-ए-शहर अब्दुल कलाम की बहू शाइस्ता अली है।
निकाह हलाला के लिए दबाव बना रहे हैं मुफ्ती-ए-शहर
अंग्रेजी वेबसाइट द क्विंट की खबर के मुताबिक शाइस्ता अली ने बताया कि भोपाल के मुख्य मुफ्ती और उसके ससुर अब्दुल कलाम उसके ऊपर निकाह हलाला करने का दबाव डाल रहे हैं। शाइस्ता का कहना है कि उसके ससुर ने कहा है कि अदालत में चल रहे केस को रफा दफा करने के लिए उसके ससुराल वालों ने पैसे की भी पेशकश की है। शाइस्ता के मुताबिक उसके ससुर ने कहा है कि वो पहले उसका निकाह अपने एक रिश्तेदार से करवा देंगे फिर कुछ वक्त के बाद वो उसे तलाक दे देगा, फिर शाइस्ता मुफ्ती अब्दुल कलाम के बेटे मुहम्मद सालेह के साथ रह सकती है।
चल रहा है घरेलू हिंसा का मामला
शाइस्ता की शादी 5 अगस्त 2010 को भोपाल के मुफ्ती ए शहर के बड़े बेटे मुहम्मद सालेह के साथ हुई थी। लेकिन कुछ ही महीनों के साथ शाइस्ता के ससुराल वालों ने दहेज की मांग शुरू कर दीऔर शाइस्ता से अपने घर से 2 लाख रुपये लाने को कहा। तीन साल बाद में बात तलाक तक पहुंच गई। जिसके बाद शाइस्ता कोर्ट गई और सालेह के खिलाफ घरेलू हिंसा और गुजारा भत्ता का मुकदमा किया। अदालत ने सालेह को हर महीने 5 हजार रुपये गुजारा भत्ता देने का आदेश दिया। लेकिन घरेलू हिंसा का मामला अब भी चल रहा है।
किसी और से शादी कराने की पेशकश
शाइस्ता का कहना है कि उनका जिस तरह तलाक हुआ है वो गैर इस्लामिक है। लिहाजा हलाला की गुंजाइश नहीं है। लेकिन शाइस्ता के ससुराल वाले इसी बीच एक ऑफर लेकर आए हैं। वो चाहते हैं कि शाइस्ता इस बीच उनके किसी रिश्तेदार से शादी कर ले और फिर उससे तलाक लेकर वापस सालेह से शादी कर ले। इसके एवज में उसे अदालत में चल रहे घरेलू हिंसा का केस वापस लेना पड़ेगा। शाइस्ता के ससुर उसे अपनी ऊंची रसूख का हवाला देकर उस पर दबाव डाल रहे हैं।