दो वर्षों से विकासशील भारत का मूड स्वच्छ भारत के पक्ष में रहा : नायडू
नई
दिल्ली।
केन्द्रीय
सूचना
एवं
प्ररसाण
मंत्री
वेंकैया
नायडू
ने
कहा
है
कि
पिछले
दो
वर्षों
से
विकासशील
भारत
का
मूड
(एमओडीआई)
स्वच्छ
भारत
के
पक्ष
में
रहा
है।
जहां
लोग
भारत
के
स्वच्छता
अभियान
का
नेतृत्व
कर
रहे
हैं,
पहली
बार
विभिन्न
स्तरों
पर
राष्ट्रीय
नेतृत्व
द्वारा
ग्रामीण
एवं
शहरी
क्षेत्रों
में
स्वच्छता
को
मुख्य
धारा
में
लाया
जा
रहा
है।
21वीं
सदी
के
भारत
को
निरक्षरता
और
खुले
में
गंदी
फेंकने
वाले
लोगों
से
मुक्त
कराया
जाना
था,
जिससे
कि
भारत
को
एक
अनूठे
ध्येय
के
लिए
लोगों
की
भागीदारी
का
एक
मॉडल
बनाया
जा
सके।
मंत्री महोदय ने आज यहां स्वच्छ भारत लघु फिल्मोत्सव के सम्मान समारोह को संबोधित करते हुए इसका जिक्र किया। केन्द्रीय सूचना एवं प्रसारण राज्य मंत्री कर्नल राज्यवर्धन राठौर एवं सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय में सचिव अजय मित्तल भी इस अवसर पर उपस्थित थे। इस अवसर पर नायडू ने कहा कि स्वच्छ फिल्म समारोह का उद्देश्य जागरूकता पैदा करना और सिनेमा के सर्वाधिक संवादात्मक माध्यम के द्वारा स्वच्छ भारत अभियान की दिशा में सहभागियों एवं नागरिकों को प्रोत्साहित करना था।
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युवाओं को उनकी सृजनशीलता एवं प्रतिभा के लिए बधाई देते हुए मंत्री महोदय ने कहा कि भारत का भविष्य युवा पीढ़ी के हाथों में सुरक्षित है, जिन्होंने स्वच्छ भारत जैसे मुद्दों पर संवाद की आवश्यकताओं को समझा, जिसके लिए जनसमूह को प्रेरित किये जाने की आवश्यकता थी। ऐसे आंदोलनों और मंचों के जरिए ही स्वच्छ भारत अभियान के लिए जन आंदोलन के लक्ष्य को अर्जित किया जा सकता है। मंत्री महोदय ने घोषणा की कि मधुर भंडारकर, राधा कृष्णा जगरलामुड़ी, प्रसून पांडेय, रमेश सिप्पी एवं शूजित सरकार जैसे विख्यात फिल्मकारों ने इस आंदोलन को सहायता एवं रचनात्मक विचार प्रदान करने के द्वारा स्वच्छ भारत पर फिल्मों के निर्माण में सहमति जताई थी।
अपने संबोधन में नायडू ने इसका भी जिक्र किया कि स्वच्छ भारत अभियान का समग्र उद्देश्य गंदगी मुक्त भारत के लिए जन आंदोलन की स्थापना करने के प्रधानमंत्री के विजन को पूरा करने के लिए 'स्वच्छ ग्राही' के रूप में कार्य करना है। मंत्री महोदय ने बताया कि राष्ट्रव्यापी स्वच्छता अभियान का उद्देश्य गांधीजी, जिन्होंने एक शताब्दी पहले ही स्वच्छता को भारत के लिए प्राथमिकता बनाने का प्रयास किया था, के 150वीं जयंती वर्ष 2019 तक देश को स्वच्छ करना है।
मंत्री महोदय ने कहा कि वर्तमान मुहिम का उद्देश्य अन्य लक्ष्यों के अलावा हर परिवार को स्वच्छता उपलब्ध कराना, खुले में शौच के प्रचलन को समाप्त करना, अधिक शौचालयों का निर्माण करना तथा अपशिष्ट प्रबंधन में सुधार लाना था। नायडू ने कर्नल राठौर के साथ मिलकर प्रकाशन विभाग द्वारा प्रकाशित एवं विख्यात गांधीवादी श्री सुदर्शन अय्यंगर द्वारा लिखी गई पुस्तक 'इन द फूटस्टैप्स ऑफ महात्मा: गांधी एंड सेनिटेशन' का विमोचन किया।
इस पुस्तक में स्वच्छता को लेकर गांधीजी के प्रत्यक्ष दृष्टिकोण को रेखांकित किया गया है तथा सफाई एवं स्वच्छता के मुद्दों पर दक्षिण अफ्रीका में गांधीजी को हुए अनुभवों का जिक्र किया गया है। श्री नायडू ने महात्मा गांधी पर अन्य पारम्परिक पुस्तकों के ई-संस्करणों एवं इन पुस्तकों के लिए ऑन-लाइन खरीद सुविधा का भी अनावरण किया। ई-कॉमर्स प्लेटफार्मों के जरिए ऑन-लाइन बिक्री के लिए गांधीजी पर लगभग 25 ई-पुस्तकों को आज उपलब्ध कराया जा रहा है।
सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय में सचिव श्री अजय मित्तल ने अपने उद्धाटन भाषण में कहा कि स्वच्छ भारत अभियान आज एक जन आंदोलन बन गया है और इस तरह इसने राष्ट्रपिता के सपनों को साकार कर दिया है। फिल्म समारोह ने सृजनशील युवाओं के विचारों एवं प्रतिभा को साझा करने के लिए एक मंच उपलब्ध कराया है। लघु फिल्म समारोह तीन मिनट तक की अवधि की फिल्मों को आमंत्रित करने की एक प्रतियोगिता थी। विशिष्ट जूरी प्रख्यात थियेटर एवं फिल्म अभिनेताओं-निर्मात्री वाणी त्रिपाठी, पुरस्कार विजेता फिल्माकार सुश्री गीतांजलि राव और विज्ञापन से जुड़ी विख्यात शख्सियत प्रहलाद कक्कड़ से निर्मित थी- जिन्होंने 4346 प्रविष्टियों में से 20 लघु फिल्मों का चयन किया।
फिल्म मुर्गा को मिला प्रथम पुरस्कार
प्रथम पुरस्कार फिल्म मुर्गा के लिए कात्यानन शिवपुरी को दिया गया। द्वितीय पुरस्कार सुधांशु शर्मा, के वी के कुमार एवं अक्षय दानावले को उनकी फिल्मों क्रमश: नन्हा दूत, चेम्बूकू मुदिनदी और सरकारमी रति वाधो को दिए गए। तीसरा पुरस्कार छह प्रविष्टयों को दिया गया। शीर्ष 10 फिल्मों के निर्देशकों को क्रमश: 10 लाख रुपये के नकद पुरस्कार (पहली फिल्म), पांच लाख (अगली तीन फिल्मों) और दो लाख (अंतिम छह फिल्मों) को प्रदान किये जाएंगे, जबकि अगली 10 फिल्मों को प्रमाण पत्र से सम्मानित किया जाएगा।
इस समारोह की मुख्य विशेषता अद्वैत बैंड की प्रस्तुति और श्री कैलाश खैर द्वारा स्वच्छ भारत थीम पर गाया गाना रहा। आपको बता दें कि आम आदमी पार्टी से निकाले जाने के बाद योगेंद्र यादव, प्रशांत भूषण, आनंद कुमार, अजीत झा आदि नेताओं ने स्वराज अभियान नाम का संगठन बनाया था जिसके संयोजक आनंद कुमार हैं। इस पार्टी के नाम में स्वराज शब्द है।