मानसून सत्र: राज्यसभा में राष्ट्रपति के भाषण को लेकर हंगामा, लोकसभा में उठा मोसुल मुद्दा
संसद के मानसून सत्र में बुधवार को एक बार फिर से दोनों सदनों में हंगामा देखने को मिला। नए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के शपथग्रहण के बाद पढ़े गए भाषण को लेकर राज्यसभा में कांग्रेस हंगामा किया।
नई दिल्ली। मानसून सत्र के दौरान संसद के दोनों सदनों में जोरदार हंगामा देखने को मिला है। राज्यसभा में राष्ट्रपति के भाषण को लेकर कांग्रेस ने राज्यसभा में जोरदार हंगामा किया। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने अपने भाषण में दीनदयाल उपाध्याय की तुलना महात्मा गांधी से की जिसको लेकर कांग्रेस भड़की हुई है। वहीं लोकसभा में मोसुल मुद्दे पर हंगामा देखने को मिला।
मोसुल मुद्दे पर विपक्ष की नाराजगी, सुषमा ने बोलने से किया मना
संसद के मानसून सत्र में बुधवार को एक बार फिर से दोनों सदनों में हंगामा देखने को मिला। नए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के शपथग्रहण के बाद पढ़े गए भाषण को लेकर राज्यसभा में कांग्रेस हंगामा किया। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने अपने भाषण में दीनदयाल उपाध्याय की तुलना महात्मा गांधी से की थी, जिससे कांग्रेस नाराज नजर आई। राज्यसभा में इस मुद्दे को कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने उठाया और महात्मा गांधी से दीनदयाल उपाध्याय की तुलना पर सवाल खड़े किए। वहीं गुलाम नबी आजाद ने कहा कि राष्ट्रपति के भाषण में जवाहर लाल नेहरु और इंदिरा गांधी का नाम नहीं लिया गया।
हालांकि वित्तमंत्री ने कांग्रेस के सवालों को खारिज करते हुए कहा कि आखिर राष्ट्रपति के भाषण पर कोई सदस्य सवाल कैसे उठा सकता है। साथ ही उन्होंने आनंद शर्मा का बयान सदन की कार्यवाही से हटाने की भी मांग की। बता दें कि नए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने अपने भाषण में आठ नेताओं का जिक्र किया। इनमें से 6 नेता कांग्रेस से जुड़े थे, लेकिन जवाहरलाल नेहरू और इंदिरा गांधी का जिक्र नहीं होने पर भी कांग्रेस में नाराजगी देखने को मिली।
दूसरी ओर लोकसभा में इराक में लापता 39 भारतीयों के मुद्दे पर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज जवाब देना चाहती थी लेकिन विपक्ष ने हंगामा शुरू कर दिया। जिसकी वजह से सुषमा स्वराज ने कुछ भी कहने से मना कर दिया। सुषमा स्वराज ने कहा कि मोसुल का मुद्दा बहुत गंभीर है ऐसे में इस पर शोरशराबे में चर्चा नहीं हो सकती।