2019 की तैयारी: अब 'गरम' नहीं, 'नरम' पॉलिसी अपनाएंगे पीएम मोदी
नई दिल्ली। मोदी सरकार अपने काफी बचे कार्यकाल में किसी बड़े सुधार को लागू करने की जगह जनता तक अपनी उपलब्धियों को पहुंचाने में जोर लगाएगी। साथ ही लोगों को लुभाने के लिए टैक्स में भी कटौती की जा सकती है। यह बातें बार्कलेज इंडिया की एक ताजा रिपोर्ट में कही गई है।
बार्कलेज इंडिया के मुख्य अर्थशास्त्री सिद्धार्थ सान्याल ने अपने साप्ताहांत नोट में कहा, '2019 का चुनाव नजदीक है ऐसे में हमें उम्मीद है कि पीएम मोदी अब तक किए गए सुधारों और शुरू की गईं योजनाओं पर मजबूती से ध्यान केंद्रित करेंगे। साथ ही अब माइक्रो-इकनॉमिक्स के क्षेत्र में कानूनी सुधार की जगह प्रशासनिक सुधारों पर जोर दिया जाएगा'
सिद्धार्थ सान्याल ने आगे कहा कि 2014 के बाद लिए आक्रामक सुधारों को पीएम मोदी नजरअंदाज करते हुए अपनी राजनीतिक पूंजी को चुनने में बेदह सावधानी बरतेंगे। साथी ही 2019 के चुनाव को ध्यान में रखते हुए मोदी अपनी सुधारवादी छवि की जगह भाजपा की राष्ट्रवादी छवि को आगे बढ़ाते हुए दिख सकते हैं।
सान्याल ने कहा कि 2019 को चुनाव को ध्यान में रखकर मोदी भ्रष्टाचार, भूमि और श्रम कानून से जुड़े सुधारों पर कोई फैसला ले सकते है। साथ ही उनका ध्यान अपनी सरकार की हर उपलब्धि को आम जनता तक पहुंचाने पर उनका ध्यान केंद्रित होगा।