पीएम मोदी का बड़ा दांव, नितिन गडकरी ने दी सोनिया और अन्ना को बहस की चुनौती
नई दिल्ली। भूमि अधिग्रहण पर हर तरफ से घिरी केंद्र सरकार की ओर से केंद्रीय मंत्री नितिन गड़करी ने मोर्चा संभाला है। नितिन गडकरी ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, अन्ना हजारे सहित अन्य विपक्षी दलों के नेताओँ को पत्र लिखकर भूमि अधिग्रहण बिल पर बहस की खुली चुनौती दी है। उन्होंने कहा कि अगर बिल में कुछ भी गलत है तो यह सरकार उसे हटाने के तैयार है।
अन्ना
हजारे,
सोनिया
गांधी
से
किसी
भी
मंच
पर
बहस
के
लिए
तैयार
गडकरी ने संसद में भूमि अधिग्रहण बिल पर चल रहे घमासान को खत्म करने के लिए यह पहल शुरु की है। गडकरी ने सोनिया और अन्ना हजारे को किसी भी मंच पर बहस करने का न्योता दिया है। उन्होंने कहा कि वह बिल पर सभी अहम नेताओ से बहस करने के लिए तैयार हैं।
सोनिया ने अन्ना हजारे को लिखा पत्र
गौरतलब है कि कि बुधवार को सोनिया गांधी ने अन्ना हजारे को एक पत्र लिखकर किसानों का नेतृत्व करने की अपील की है। सोनिया ने अन्ना को पत्र लिखकर यह भी भरोसा दिलाया है कि वह भूमि अधिग्रहण बिल का हर मंच पर विरोध करेंगी।
किसान
विरोधी
नहीं
है
भूमि
अधिग्रहण
बिल
सूत्रों की मानें तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नितिन गडकरी को इस बात की जिम्मेदारी दी है कि बिल में जो भी कमी है उसके लिए सभी लोगों से बात करें। गडकरी ने पत्र में लिखा है कि भूमि अधिग्रहण बिल किसान विरोधी नहीं है। उन्होंने लिखा है कि यह बिल ग्रामीण क्षेत्रों और कृषि के विकास के लिए रास्ता बनाएगा।
गडकरी ने पत्र में लिखा है कि मौजूदा केंद्र सरकार किसी भी हाल में किसान विरोधी नीतियों पर नहीं चल सकती हैं। उन्होंने लिखा है कि इस बिल भूमि मालिकों को पूरे मुआवजे की व्यवस्था की गयी है। वहीं विपक्ष का कहना है कि सरकार ने सिर्फ लोगों को दिखाने के लिए इस बिल में संसोधन किया है। जबकि हकीकत में यह बिल किसान विरोधी बिल है।