गुजरात में हिंसा ने छीना मोदी सरकार का चैन
नई दिल्ली(विवेक शुक्ला) गुजरात में फैलती हिंसा और आगजनी के चलते केन्द्र सरकार की नींद उड़ गई है। केन्द्र सरकार ने 5000 अर्धसैनिक बलों को राज्य भेजा है। सूत्रों का कहना है कि सरकार के शिखर स्तर पर गुजरात में हिंसा को लेकर विचार हो रहा है।
राजनाथ ने की बात
गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने इस मसले पर अपने शिखर अफसरों से बात की है। जानकार कह रहे हैं कि गुजरात की हिंसा चिंताजनक है। पूरे मामले को गलत तरीके से लिया गया।
गलत तरीके से निपटा गया। पुलिस ने जिस अंदाज़ में सभा स्थल को ख़ाली कराने के लिए बल प्रयोग किया उसकी निंदा की जानी चाहिए। जैसे ही हार्दिक पटेल को हिरासत में लिए जाने की ख़बरें मीडिया में आईं। वैसे ही हिंसा शुरू हो गई।
हिन्दी में हार्दिक पटेल के बोलने का मतलब समझिए
लाखों की भीड़
अगर दिन में किसी नेता की जनसभा में लाखों की भीड़ उमड़ती है तो इसका एक सामान्य सा अर्थ होता है कि उसके समर्थक लाखों में हैं। क्या यह सामान्य सी बात शासन प्रशासन के दिमाग में नहीं आई!! जरूर आई होगी परंतु लगता है कि सभा के बाद अनशन पर बैठ गए हार्दिक पटेल को शासन प्रशासन सबक सिखाने पर उतर आया।
जैसा कि आमतौर पर सत्ता के साथ होता ही है। उनकी मांग क्या है। वो पूरी होंगी या नहीं। आगे क्या होगा-ये बाद की बातें हैं। इस समय जो हुआ वो शासन प्रशासन और पुलिस की घोर अराजकता की ओर इशारा करता है।