मोदी सरकार का कैबिनेट विस्तार, जानिए किन्हें मिल सकती है जगह
मोदी सरकार का कैबिनेट विस्तार, दक्षिण भारत पर रहेगी नजर, एआईएडीमके हो सकती है एनडीए में शामिल
नई दिल्ली। मोदी सरकार 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले आखिरी और बड़ा कैबिनेट फेरबदल करने की तैयारी कर रही है। इसको लेकर दिल्ली में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने अहम बैठक की है। इस बैठक में बीजेपी अध्यक्ष के साथ-साथ केंद्रीय मंत्री भी शामिल थे। माना जा रहा है कि इस कैबिनेट विस्तार में हाल ही में एनडीए के साथ आई नीतीश की पार्टी जदयू को स्थान मिल सकता है। संभावना है कि मोदी के मंत्रालय में नीतीश की पार्टी को दो मंत्रालय मिल सकते हैं। नीतीश को इस बात का भरोसा है कि उनके भरोसेमंद रामचंद्र सिंह और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर के बेटे रामनाथ ठाकुर को मोदी के कैबिनेट में जगह मिल सकती है।
एआईएडीएमके को मिल सकती है जगह
पीएम मोदी आने वाले कई राज्यों में विधानसभा चुनाव और 2019 के लोकसभा चुनावों को देखते हुए इस मंत्रीमंडल का विस्तार कर सकते हैं, माना जा रहा है कि मोदी सरकार का यह आखिरी कैबिनेट फेरबदल है। ऐसे में मोदी कैबिनेट में दक्षिण भारत को भी जगह मिल सकती है। सूत्रों के अनुसार एआईएडीएमके को भी कैबिनेट में जगह मिल सकती है, बशर्ते पार्टी एनडीए की सहयोगी बने। एआईएडीएम के पास लोकसभा में कुल 37 सीटें हैं जबकि राज्यसभा में पार्टी के पास 13 सीटें हैं। एम थंबीदुरई जिन्हें पार्टी के भीतर दो गुटों को साथ लाने में अहम माना जाता है को भी कैबिनेट में जगह मिल सकती है।
Recommended Video
कई मंत्री संभाल रहे हैं अतिरिक्त मंत्रालय
सूत्रों की मानें तो कैबिनेट विस्तार को लेकर अमित शाह ने मंत्रियों के साथ अहम बैठक की। इस बैठक में कैबिनेट विस्तार इसलिए भी जरूरी हो गया है क्योंकि मनोहर पर्रिकर के वापस गोवा जाने के बाद वित्त मंत्री अरुण जेटली रक्षा मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार संभाल रहे हैं। ना सिर्फ जेटली बल्कि स्मृति ईरानी, रविशंकर प्रसाद, नरेंद्र तोमर, अनंत कुमार जैसे मंत्री एक साथ दो-दो मंत्रालयों का जिम्मा संभाल रहे हैं। कयास ये भी लगाए जा रहे हैं कि कुछ मंत्रियों को मंत्रालय से छुट्टी देकर उन्हें पार्टी के काम में भी लगाया जा सकता है ताकि वह आने वाले चुनाव में पार्टी को मजबूत कर सके।
दक्षिण भारत में 120 सीट का लक्ष्य
मोदी का कैबिनेट विस्तार मुख्य रूप से दक्षिण भारत को नजर में रखते हुए किया जा सकता है, लिहाजा एआईएडीएमके को दो कैबिनेट मंत्रालय मिल सकते हैं, जबकि कई एमओएस भी मिल सकते हैं। हालांकि सबसे पहले पार्टी की इस बात पर नजर होगी कि एआईएडीएमके एनडीए में शामिल हो। कैबिनेट मंत्री की रेस में थंबीदुरई सबसे आगे चल रहे हैं। भाजपा के सूत्रों की मानें तो दक्षिण अभियान के जरिए भाजपा अगले 2019 के चुनाव में 120 सीटें हासिल करने पर नजरें गड़ा रही है। लिहाजा इस समीकरण को ध्यान में ही रखते हुए यह कैबिनेट विस्तार किया जाएगा।
आंध्र में पार्टी की नजर
वहीं आंध्र प्रदेश में भाजपा के पास विधानसभा में सिर्फ 4.13 फीसदी वोट हैं और सिर्फ 2 लोकसभा सीट हैं, लेकिन पार्टी अपने सहयोगी टीडीपी के साथ अपनी व्यक्तिगत स्थिति को भी मजबूत करना चाहती है। माना ज रहा है कि शोभा करांडल्जे जोकि उडुपी से भाजपा सांसद क मंत्रालय में जगह मिल सती है, उन्हें येदुरप्पा का करीबी भी माना जाता है। इसके अलावा भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बीएस येदुरप्पा और सुरेश अंगड़ी को भी कैबिनेट में जगह मिल सकती है। इसके साथ ही आंध्र प्रदेश के एनटी रामा राव जूनियर को भी को भी मंत्रालय में जगह मिल सकती है।