गोरक्षा के नाम पर नागपुर में भीड़ ने मांस विक्रेता को बुरी तरह पीटा, 4 लोग गिरफ्तार
भीड़ में कई लोगों ने उसको सड़क पर खींचते हुए फेंका और लात-घूसों से उसकी पिटाई की।
नागपुर। नागपुर में मांस विक्रेता को भीड़ द्वारा बुरी तरह पिटाई करने का मामला सामने आया है। प्रधानमंत्री द्वारा लोगों को अपील की गई थी कि गोरक्षा के नाम पर हिंसा ना करें, उसके बावजूद ये मामला कम होने की वजह से बढ़ता ही जा रहा है। नागपुर के भारसिंगी गांव में सलीम इस्माइल शाह नाम का मांस विक्रेता गोमांस लेकर जा रहा है इस मैसेज पर गोरक्षों ने उसको पकड़ लिया और उसकी जमकर पिटाई की। इस मामले में पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार किया है।
मोरेश्वर तांडुलकर, जगदीश चौधरी, अश्विन उईके और रामेश्वर तायवाडे को गिरफ्तार किया गया है। गोरक्षा के नाम पर हिंसा नहीं करने की हिदायत प्रधानमंत्री द्वारा देशवासियों को पहले ही दी जा चुकी है लेकिन गोरक्षा के नाम पर हिंसा रुकने का नाम नहीं ले रही है। सलीम अपनी टूव्हीलर की डिक्की में मांस लेकर जा रहा था। तभी अचानक सामने से भीड़ चली आई और उसकी गाड़ी को रुकते ही उसके साथ मारपीट करने लगी। भीड़ में कई लोगों ने उसको सड़क पर खींचते हुए फेंका और लात-घूसों से उसकी पिटाई की। सलीम लोगों को बार-बार समझाता रहा कि ये गोमांस नहीं है लेकिन भीड़ उसकी बात सुनने को तैयार ही नहीं थी। सलीम ने लोगों को ये भी कहा कि आपको कोई गलत फहमी हुई है। भीड़ ने उसकी एक न सुनी और उसकी बुरी तरह से पिटाई कर दी।
आखिरकार पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर भीड़ की चंगुल से सलीम को छुड़वाया, नहीं तो भीड़ के लोग उसकी जान लिए बिना छोड़ते नहीं। सलीम ने आरोप लगाया कि उसका अंतिम दिन होता अगर पुलिस आकर भीड़ से उसे बचाती नहीं। सलीम ने कहा कि मेरी बात सुने बिना और मांस की जांच किए बिना भीड़ मुझ पर गुस्सा निकाल रही थी।
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