पैर में मोच बनी नाबालिग बच्चे की मौत की वजह, हैरान लोगों ने पूछा ये सवाल
सफदरजंग के फेफड़ों संबंधी विभाग के हेड और प्रोफेसर डॉक्टर जेसी सूरी ने बताया, 'जब वह हमारे हॉस्पिटल में आया, इन्फेक्शन सारे अंगों में फैल चुका था'।
नई दिल्ली। 15 साल का विशाल पूरी तरह से स्वस्थ था उसे कोई बीमारी नहीं थी अचानक एक दिन उसके पैर में मोच आई जिसकी वजह से विशाल की मौत हो गई। जो भी विशाल की मौत की बात सुन रहा है वो हैरान है आखिर पैर की मोच किसी के मौत की वजह कैसे बन सकती है?
टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक संस्कृति स्कूल में पढ़ने वाला विशाल 10 जुलाई को फुटबॉल खेल रहा था, तभी उसका पैर मुड़ गया। पैर में मोच थी इसलिए उसे NDMC हॉस्पिटल मोतीबाग ले जाया गया। उसके पैर में दर्द हो रहा था और सूजन भी आ गई थी इसलिए डॉक्टरों ने पैर में प्लास्टर कर दिया। जब एक दिन बीतने के बाद भी दर्द कम नहीं हुआ तो विशाल के घर वाले उसे दोबारा अस्पताल ले गए। तब डॉक्टरों ने उसे पेनकिलर दी। दर्द फिर भी कम नहीं हुआ। बाद में विशाल के ब्लड टेस्ट कराया गया तो पता चला कि इन्फेक्शन नॉर्मल रेंज से ज्यादा था। एनडीएमसी मोतीबाग के डॉक्टरों ने बताया कि किसी भी तरह की कॉम्प्लिकेशन से बचने के लिए ऐंटीबायॉटिक्स दी गईं। विशाल के शरीर में इंफेक्शन बढ़ता ही जा रहा था तो उसे दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में रेफर तकर दिया।
सफदरजंग के फेफड़ों संबंधी विभाग के हेड और प्रोफेसर डॉक्टर जेसी सूरी ने बताया, 'जब वह हमारे हॉस्पिटल में आया, इन्फेक्शन सारे अंगों में फैल चुका था। हमने उसे वेंटिलेटर पर रखा और उसे ब्रॉड स्पेक्ट्रम ऐंटीबायॉटिक दी, लेकिन उससे कोई फायदा नहीं हुआ। मंगलवार की सुबह उसने दम तोड़ दिया।'
ये अंदेशा लगाया जा रहा है कि विशाल को पहले से कोई अंदरूनी चोट लगी होगी, जिसका इलाज नहीं किया गया। धीरे-धीरे वह इन्फेक्शन घातक स्थिति में पूरे शरीर में फैलता चला गया। विशाल के पिता मुकेश बसवाल का कहना है कि विशाल शारीरिक रूप से एकदम स्वस्थ था और उसे किसी भी तरह की पुरानी बीमारी नहीं थी।