मंत्री के रसोइये ने लिया 26 करोड़ का टेंडर, कहां से आए पैसे
ऊंची बोली लगाकर रेत खनन का अधिकार हासिल करने वाले अमित बहादुर ने बीते तीन सालों में सिर्फ एक लाख रुपए का इनकम टैक्स रिटर्न फाइल किया है।
नई दिल्ली। बैंक अकाउंट में करीब 5000 रुपये है और 26 करोड़ की बोली लगाकर टेंडर अपने नाम कर लिया इस तरह की कहानियां फिल्मों में देखे को मिलती हैं। लेकिन पंजाब में सच में हुआ है। पंजाब में एक मंत्री के पूर्व रसोइये के अकाउंट में पूरे पांच हजार रुपये भी नहीं है लेकिन उसने 26 करोड़ का टेंडर अपने नाम कर लिया है।
11 हजार की नौकरी करने वाले के पास 26 करोड़ कैसे आए?
रेत खनन घोटाले में पंजाब कैबिनेट मंत्री के पूर्व रसोइए को 26 करोड़ का टेंडर चर्चा का विषय बन गया है। पंजाब सरकार में 26 करोड़ रुपए की बोली लगाकर रेत खनन का अधिकार हासिल करने वाले अमित बहादुर को लेकर कई सवाल खड़े हो रहे हैं। पंजाब विधानसभा में विपक्ष के आम आदमी पार्टी विधायक एचएस फूलका ने कहा कि यह जानना जरुरी है कि 11 हजार की सैलरी में अमित बहादुर ने 26 करोड़ की खान कैसे हासिल की?
अकाउंट में नहीं है पांच हजार रुपये
टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक ऊंची बोली लगाकर रेत खनन का अधिकार हासिल करने वाले अमित बहादुर ने बीते तीन सालों में सिर्फ एक लाख रुपए का इनकम टैक्स रिटर्न फाइल किया है। अमित बहादुर पंजाब सरकार में बिजली और सिंचाई मंत्री राणा गुरजीत की कंपनी में रसोइए के रूप में नौकरी करते थे। वहीं अमित बहादुर के स्टेट बैंक ऑफ इंडिया अकाउंट के खाते की जानकारी के दौरान सामने आया कि बीते एक अप्रैल 2017 तक उनके अकाउंट में महज में 4,840 रुपए की राशि जमा थी।
सैलरी ही है आय का साधन
खबरों के मुताबिक अमित बहादुर की आय का मुख्य सोर्स उनकी सैलरी है जो 11,206 है। ये राशि पिछली 8 मार्च, 2017 को उनके अकाउंट में डाली गई थी। मूल रूप से मुरादाबाद के बिलारी के रहने वाले अमित बहादुर ने मामला प्रकाश में आने के बाद अपना फोन स्विच ऑफ कर लिया है।कैप्टन अमरिंदर की सरकार में पहली बार खनन बोली 19 अप्रैल को लगाई गई थी जबकि नीलामी में खनन का हासिल का अधिकार करने वाले शख्स को 21 और 22 मई तक इसकी राशि जमा करने के निर्देश दिए गए थे।