मानसरोवर यात्रा: नाथूला के विकल्प पर बात करने के लिए चीन तैयार
नई दिल्ली। पिछले कई दिनों से चीन और भारत के बीच सीमा विवाद के चलते तनाव चल रहा है। इस बीच नाथूला पास के जरिए कैलाश मानसरोवर की यात्रा पर जाने वाले यात्रियों के लिए अन्य रास्तों के जरिए वैकल्पिक इंतजामों पर बात करने के लिए चीन तैयार हो गया है। चीन ने कहा है कि वह कैलाश मानसरोवर की यात्रा को अहमियत देता है। चीन ने यह भी कहा है कि वह भारत के लोगों की धार्मिक भावना का सम्मान करता है।
भारत में चीनी दूतावास के प्रवक्ता की तरफ से बयान दिया गया है कि दोनों पक्ष इस बात सहमत हुए थे कि 7 बैच में कुल 350 यात्री नाथूला पास के जरिए इस यात्रा में हिस्सा लेंगे। पहला बैच 20 जून को पहुंचना था और चीनी दूतावास के जरिए वीजा भी पहले ही दिया जा चुका है। दूतावास ने यह भी कहा है कि यात्रियों के विदा होने से कुछ दिन पहले भारतीय सेना चीनी सीमा में घुस गई और डोकलाम में चीनी सैनिकों की गतिविधियों में बाधा पहुंचाई।
आपको बता दें कि इसके बाद चीन ने नाथूला के जरिए भारतीय यात्रियों की एंट्री को रोक दिया। कहा जा रहा है कि चीन ने यह भारतीय यात्रियों की यात्रा को सुरक्षित बनाने के लिए किया था और इसके बारे में भारत को सूचना भी दे दी थी। इस समय लिपुलेख पास के जरिए आधिकारिक तौर से यात्रा जारी है। इसके अलावा लहासा औरर पुरांग के जरिए गैर-आधिकारिक तरीके से भी यात्रा चल रही है। यह जानना दिलचस्प है कि यहां आधिकारिक तौर पर 1000 यात्री और करीब 10,000 यात्री गैर-आधिकारिक तौर पर पहुंचते हैं।