कौन हैं मनोहर पर्रिकर जो बनने जा रहे हैं रक्षा मंत्री?
पणजी। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता मनोहर पर्रिकर ने शनिवार को गोवा के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दिया। उन्होंने अपना इस्तीफा राज्यपाल मृदुला सिन्हा को फैक्स के जरिये भेजा।
वाया लखनऊ राज्सभा पहुंच कर रक्षा मंत्री बनेंगे मनोहर पर्रिकर
पर्रिकर को केंद्र में महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दिए जाने की संभावना है कहा जा रहा है मनोहर पर्रिकर को रक्षा मंत्रालय मिलने वाला है जो फिलहाल अरुण जेटली के पास है। जेटली इस समय वित्त और रक्षा दोनों मंत्रालयों की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं।
आईये जानते हैं कौन हैं मनोहर पारिकर, जिनके कंधों पर दी जाने वाली देश की अहम जानकारी..
मनोहर पर्रिकर का जन्म 13 दिसम्बर, 1955 के मापुसा में हुआ है। उनका पूरा नाम मनोहर गोपालकृष्णन प्रभु पर्रिकर है,जो कि अब गोवा राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री (सन 200--2005) हो गये हैं। उन्होंने सन 1978 मे आई.आई.टी. मुम्बई से स्नातक की परीक्षा उत्तीर्ण की। मनोहर पर्रिकर भारत के किसी राज्य के मुख्यमंत्री बनने वाले वह पहले व्यक्ति हैं जिन्होंने आई.आई.टी. से स्नातक किया था। उन्हेँ सन 2001 मेँ आई.आई.टी. मुम्बई द्वारा विशिष्ट भूतपूर्व छात्र की उपाधि भी प्रदान की गयी।
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बीजेपी के पहले सीएम
मनोहर पर्रिकर भारतीय जनता पार्टी से गोआ के मुख्यमंत्री बनने वाले वह पहले नेता थे। 1994 में उन्हें गोवा की द्वितीय व्यवस्थापिका के लिये चयनित किया गया था। 24 अक्टूबर् 2000 को वह गोवा के मुख्यमन्त्री बने किंतु उनकी सरकार 27 फ़रवरी 2002 तक ही चल पायी। जून 2002 में वह पुनः सभा के सदस्य बने तथा जून 5, 2002 को पुनः गोवा के मुख्यमन्त्री पद के लिये चयनित हुए।
गोवा में खिलाया कमल
बी.जे.पी. को गोवा की सत्ता में लाने का श्रेय उन्हीं को जाता है। इसके अतिरिक्त भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव को अकेले गोवा लाने का तथा किसी भी अन्य सरकार से कम समय मे एक अंतर्राष्ट्रीय स्तर की मूलभूत संरचना खड़ी करने का श्रेय भी उन्ही को जाता है।
मि. क्लीन पारिकर
प्लानिंग कमीशन ऑफ इन्डिया तथा इंडिया टुडे के द्वारा किय गए सर्वे़क्षण के अनुसार उनके कार्यकाल में गोवा लगातार तीन साल तक भारत का सर्वश्रेष्ठ शासित प्रदेश रहा। कार्यशील तथा सिद्धांतवादी श्री मनोहर पर्रिकर को गोवा में मि. क्लीन के नाम से जाना जाता है।
मनोहर पर्रिकर ने हमेशा खुद को साबित किया
जनवरी 29, 2005 को 4 बी.जे.पी. नेताओं के इस्तीफा देने के कारण उनकी सरकार अल्पमत में आ गयी। श्री मनोहर पर्रिकर ने दावा किया कि वह अपना बहुमत साबित करेंगे तथा फरवरी 2005 में ऐसा हुआ भी। पारिकर अपने दम पर आगे बढ़ने का हौसला रखते हैं।
मनोहर पर्रिकर के मुरीद मोदी
मनोहर पर्रिकर मोदी के प्रिय नेताओं में जाने जाते हैं। कहा जाता है कि आधुनिक सोच के मालिक मनोहर पर्रिकर की ऊर्जा ने ही मोदी को उनका मुरीद बनाया है। लोकसभा चुनावों में पारिकर ने मोदी लहर फैलाने में काफी काम किया है जिसका ईनाम ही है कि उन्हें अब केन्द्रीय मंत्रिमंडल में शामिल किया जा रहा है।