खट्टर की खट-खट से हरियाणा में परिवर्तन की लहर
5- संघ प्रचारक से सीएम मनोहर खट्टर
मनोहर खट्टर संघ के समर्पित कार्यकर्ता रहे हैं बीते दशकों से। वे अविवाहित हैं। बीता हरियाणा विधान सभा चुनाव लड़ा और जीता। उसके बाद जो कुछ हुआ उस पर उन्हें भी यकीन नहीं हुआ होगा। भाजपा नेतृत्व ने उन्हें हरियाणा का मुख्यमंत्री बना दिया।
उनके मुख्यमंत्री बनने से एक गरीब कार्यकर्ता को भी यह संदेश गया कि वह मुख्यमंत्री बन सकता है। हालांकि खबरें आ रही हैं कि उनके अपने एक वरिष्ठ मंत्री से कुछ तनातनी चल रही है। पर खट्टर को हरियाणा की जनता के हित में काम करना होगा। उन वादों को निभाना होगा,जो उन्होंने कैंपेन के समय किए थे।
6- उत्तर प्रदेश वाले हुए मनोहर पर्रिकर
गोवा के शांत माहौल से राजधानी की आपाधापी वाली जिंदगी में जाना शायद किसी को पसंद ना हो । मनोहर पर्रिकर को भी पसंद नहीं था। पर जब भाजपा आला कमान ने उन्हें देश के रक्षा मंत्री का कामकाज संभालने के लिए कहा तो वे तुरंत तैयार हो गए। क्योंकि मामला देश की रक्षा से जुड़ा था। गोवा के मुख्यमंत्री के पद को उन्होंने तुरंत छोड़ दिया। वे अब हो गए हैं अपने उत्तर प्रदेश वाले।
वे राज्यसभा में उत्तर प्रदेश से निर्वाचित हुए हैं। वे सादगी की प्रतिमूर्ति हैं। कहते हैं कि उनके बेटे की शादी में तमाम मेहमान शानदार सूट-बूट से लैस थे, पर्रिकर हाफ शर्ट क्रीज वाली साधारण पैंट और सैंडिल पहने मेहमानों का स्वागत कर रहे थे। वे रोज 16 घंटे काम करते हैं। वे बेहद अनुशासित किस्म के शख्स हैं। हालांकि अब उनकी चुनौतियां भी काफी बड़ी हैं। उन्हें देश के रक्षा क्षेत्र में फैली गड़बड़ियों को भी दूर करना होगा। देश हर साल एक लाख करोड़ रुपये से ज्यादा के हथियारों का आयात करता है। पर्रिकर पर दायित्व रहेगा कि वे देश को रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाएं। मतलब देश जो हथियार खरीदता है, वह उसका खुद निर्माण करने लगे।